नई दिल्ली : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण दिहाड़ी मजदूरों को हो रहीं दिक्कतें दूर करने के लिए कदम उठाने और जमीनी स्तर पर अपनी मौजूदगी बढ़ाने का निर्देश दिया है.
दरअसल रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देशभर के कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई, जिसमें लॉकडाउन के दौरान रोजी-रोटी गंवा चुके दिहाड़ी मजदूरों के अपने-अपने गृह राज्य लौटने के मुद्दे पर चिंता प्रकट की गई. बैठक में प्रियंका गांधी वाड्रा, अहमद पटेल, रणदीप सुरजेवाला और के सी वेणुगोपाल सहित पार्टी के 82 नेताओं ने हिस्सा लिया.
एआईसीसी महासचिव (संगठन) वेणुगोपाल ने कहा कि यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि दिहाड़ी मजदूरों को भोजन तथा अन्य जरूरी सेवा मुहैया कराई जाए और कांग्रेस कार्यकर्ता इसके लिए काम करेंगे.
उन्होंने कहा कि यह फैसला किया गया कि दिहाड़ी मजदूरों के लौटने के मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए और संबंधित राज्य सरकारों के साथ तालमेल से इस संकट का समाधान करने की जरूरत है.
वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी और एआईसीसी संचार विभाग ने पत्र, सोशल मीडिया पोस्ट, प्रेस विज्ञप्ति और बयानों के जरिए केंद्र से लगातार इस गंभीर मुद्दे पर तुरंत दखल देने का आग्रह किया है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों को सभी सांसदों, विधायकों और विधान पार्षदों से बात कर संकट का सामना कर रहे लोगों से संपर्क करने और जरूरतमंद लोगों की मदद करने संबंधी प्रयास तेज करने को कहा गया है.
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उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और केरल जैसे राज्यों में, जहां कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं, प्रदेश कांग्रेस समिति (पीसीसी) को लोगों के सामने आ रहीं कठिनाइयां दूर करने के वास्ते कार्य योजना तैयार करने को कहा गया है. पीसीसी प्रमुखों से कहा गया है कि वे दिक्कतों का सामना कर रहे लोगों की हरसंभव मदद के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं से आगे आने को कहें.
वेणुगोपाल ने प्रदेश कांग्रेस समितियों को जमीनी स्तर पर पार्टी की उपस्थिति भी बढ़ाने के लिए कहा.