नई दिल्ली : अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का देश के हर वर्ग और क्षेत्र से स्वागत किया जा रहा है. इसी कड़ी में कभी राम जन्मभूमि आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले बीजेपी के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा है कि वे अयोध्या मामले में सभी देशवासियों के साथ सुप्रीम कोर्ट की पांच-सदस्यीय पीठ द्वारा दिये गये ऐतिहासिक फैसले का तहे दिल से स्वागत करते हैं.
आडवाणी ने बयान जारी कर कहा, 'अयोध्या के मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ की ओर से दिए गए ऐतिहासिक फैसले का खुले दिल से स्वागत करने के लिए मैं देशवासियों के साथ खड़ा हूं.'
उन्होंने कहा, 'मैं अपने रुख पर कायम हूं और खुद को धन्य महसूस कर रहा हूं कि उच्चतम न्यायालय ने एकमत से अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर बनाने का रास्ता साफ किया.'
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इस पल को मनोकामना पूर्ण होने वाला बताते हुए 92 वर्षीय आडवाणी ने कहा कि यह क्षण मेरी कामना पूर्ण होने का है, ईश्वर ने मुझे विशाल आंदोलन में योगदान देने का अवसर दिया जो भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के बाद सबसे बड़ा आंदोलन था.
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आडवाणी ने कहा कि लंबे समय से अयोध्या में चल रहे मंदिर-मस्जिद विवाद का पटाक्षेप हो गया और समय आ गया है कि विवाद एवं कटुता को पीछे छोड़कर सांप्रदायिक एकता और सहमति को गले लगाया जाए. उन्होंने कहा कि आंदोलन का परिणाम आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संभव हुआ है.
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अयोध्या में राम मंदिर के लिए 1990 में रथयात्रा निकालने वाले आडवाणी ने कहा, 'अब समय आ गया है कि हम सभी विवादों और कटुता को पीछे छोड़ दें और सद्भाव व शांति को गले लगाएं.'
(एक्सट्रा इनपुट-भाषा)