पटना : प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और सेंटर फॉर इकॉनोमिक पॉलिसी एंड पब्लिक फाइनेंस के निदेशक शैवाल गुप्ता का गुरुवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. पारिवारिक सूत्रों ने इसकी जानकारी दी.
सूत्रों ने बताया कि वह 67 वर्ष के थे. उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बच्चे हैं. वह आद्री नामक संस्था के सदस्य सचिव भी थे.
उन्होंने बताया कि शैवाल कुछ समय से विभिन्न बीमारियों से पीड़ित थे और उनकी तबीयत अधिक बिगडने पर इस महीने की शुरुआत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शैवाल के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि शैवाल गुप्ता ने बिहार ही नहीं देश और दुनिया की कई महत्वपूर्ण आर्थिक संस्थानों में प्रमुख भूमिका निभाई थी.
उन्होंने कहा कि शैवाल ने बिहार में वित्त आयोग के सदस्य थे इसके साथ ही कई संस्थाओं को उन्होंने अपने अनुभवों का लाभ पहुंचाया था. बिहार के कई आर्थिक सुधारों में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
पढ़ें : बेटी की दुर्लभ बीमारी के इलाज के लिए दंपती ने जुटाए ₹16 करोड़, अब नई समस्या हुई खड़ी
मुख्यमंत्री ने कहा, वह आर्थिक एवं राजनीतिक मामलों के विशेषज्ञ के तौर पर भी जाने जाते थे ओर उनके निधन से आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र को अपूरणीय क्षति हुयी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवंगत शैवाल गुप्ता का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा.
उन्होंने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति प्रदान करने और उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.
पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने शैवाल गुप्ता के निधन पर गहरा शोक व्यक्ति करते हुए कहा है कि उनके निधन से बिहार को अपूरणीय क्षति हुई है.