पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में एनडीए को बहुमत मिला है. वहीं, महागठबंधन को हार मिली है, लेकिन इस चुनाव में सभी राजनीतिक दलों की ओर चुनावी मैदान में उतारे गए उम्मीदवारों में काफी अपराधी छवि के प्रत्याशी हैं. वहीं कई प्रत्याशी करोड़पति हैं. इन सभी के बारे में बिहार इलेक्शन वॉच एंड एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने जानकारी देते हुए डाटा जारी किया है.
एडीआर के सदस्य राजीव कुमार सिंह ने बताया कि बिहार में अपराधी छवि के प्रत्याशियों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो आने वाले समय में और अधिक बढ़ सकती है. इसमें से गंभीर आपराधिक मामले वाले प्रत्याशियों की संख्या 2015 के चुनाव में 40 फीसदी थी, जो साल 2020 में बढ़कर 51 फीसदी हो गई है.
243 में से 163 पर अपराधिक मामले दर्ज
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में 243 विनिंग कैंडिडेट में से 163 कैंडिडेट पर अपराधिक मामले दर्ज हैं, जो कुल कैंडिडेट का 68 फीसदी है. इनमें से 123 विजयी प्रत्याशियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं, आपराधिक मामले में एआईएमआईएम पार्टी के 100 फीसदी विजयी प्रत्याशियों पर मामला दर्ज है. सीपीआईएम के 100 फीसदी, आरजेडी के 60 फीसदी, बीजेपी के 48 फीसदी, जेडीयू के 26 फीसदी, हम के 50 फीसदी, सीपीआईएमएल के 67 फीसदी, कांग्रेस के 58 फीसदी और वीआईपी के 75 फीसदी प्रत्याशियों पर मामला दर्ज है.
कई उम्मीदवार करोड़पति
इसके अलावा उन्होंने बताया कि इस साल उम्मीदवारों का फाइनेंशियल बैकग्राउंड भी काफी अधिक बढ़ा है. साल 2015 में 67 फीसदी एमएलए करोड़पति थे, लेकिन साल 2020 में कुल 81 फीसदी एमएलए करोड़पति हैं. इस वर्ष जीते हुए प्रत्याशियों में वीआईपी पार्टी के 100 फीसदी, एलजेपी के 100 फीसदी, बीजेपी के 89 फीसदी, जदयू के 88 फीसदी, आरजेडी के 87 फीसदी, कांग्रेस के 74 फीसदी, एआईएमआईएम के 60 फीसदी, सीपीआईएम के 50 फीसदी, हम के 25 फीसदी. सीपीआईएमएल के 8 फीसदी जीते हुए उम्मीदवार करोड़पति हैं.
इनके पास है करोड़ों से अधिक की संपत्ति
इन सभी विजयी प्रत्याशियों में सबसे अधिक आरजेडी के विजयी प्रत्याशी अनंत सिंह के पास कुल 68 करोड़ से अधिक की संपत्ति है. दूसरे स्थान पर भागलपुर के कांग्रेस के अजीत शर्मा के पास 43 करोड़ से अधिक की संपत्ति है. वहीं, तीसरे स्थान पर नवादा से आरजेडी की उम्मीदवार विभा देवी हैं, जिनके पास 29 करोड़ से अधिक की संपत्ति है.