नई दिल्ली : कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर सेना प्रमुख के बयान पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, 'सेना प्रमुख, इसका क्या मतलब है कि चीन के साथ सैन्य वार्ता 'बहुत फलदायी' रही.' उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख का सेंस डराने वाला है. बाद में उन्होंने अपने ट्वीट पर सफाई भी दी.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जब हाल ही में चीन के कब्जे वाले पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में वार्ता होने की सूचना मिली, तो ऐसे में आपकी खुशी का अंदाज डराने वाला है.
अपने बयान में चौधरी ने कहा, 'मुझे लगता है हम शिकार बन गए हैं. वैरी फ्रूटफुल कामयाबी की दिशा दिखाता है. लेकिन मैं इसका विरोध करता हूं क्योंकि चीन की आर्मी ने हम जिस एरिया का दावा करते हैं, उसपर कब्जा कर रखा है. यह मैं नहीं रक्षा विशेषज्ञ कहता है. और खबर के मुताबिक चीन के कब्जे वाले इलाके में यह बैठक हो रही है. तो हम कैसे कह सकते हैं कि हमारी चीन के साथ वार्ता काफी फलदायी है. मैं कहता हूं आर्मी चीफ को थोड़ा संयम रखना चाहिए.
चौधरी ने कहा, 'कुछ दिन पहले पाक के एक अधिकारी के खिलाफ जासूसी करने को लेकर शिकायत दर्ज की थी. इसके बदले पाकिस्तान ने हमारे अधिकारी को अगवा किया. ऐसी मेरी शंका है.'
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उन्होंने कहा, 'जम्मू में आतंकी हमला, नेपाल के साथ सीमा को लेकर टकराव के मद्देनजर हमारी सरकार को बहुत सावधानी रखनी होगी. यह समय गहन सोच समझ कर कार्रवाई करने का है.' उन्होंने आगे कहा कि भारत को मुश्किल में देखना चीन का मकसद है इसलिए इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है.
इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी ट्वीट कर सेना प्रमुख से सवाल पूछे थे.