उन्नाव/लखनऊ : उन्नाव रेप कांड में बिहार पुलिस ने पांचों आरोपी को कोर्ट के आदेश पर 14 दिन की न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया है. दरअसल यह पांचों आरोपी ने रेप पीड़िता को मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की थी.
जिंदा जलाने की पुष्टी पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान में किया था. हालांकि दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दरिंदगी की शिकार पीड़िता जिंदगी और मौत से जूझ रही है.
बता दें कि बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती से गांव के ही एक युवक ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया, जिसमें उसका दोस्त भी शामिल रहा. रेप पीड़िता ने मार्च 2019 में गाँव के ही दो युवकों पर रेप का मुकदमा दर्ज कराया था. इनमे एक मुख्य आरोपी शिवम को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
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यह आरोपी 30 नवंबर को ही जेल से जमानत पर बाहर आया था. आपको बता दें कि रेप पीड़िता सुबह करीब 4.15 बजे अपने उसी मुकदमे के सिलसिले में रायबरेली जाने के लिए बैसवारा रेलवे स्टेशन ट्रेन पकड़ने जा रही थी. तभी सुनसान रास्ते पर जिंदा जला दिया गया. बुरी तरीके से झुलसी रेप पीड़िता अभी भी जिंदगी व मौत से जूझ रही है. पीड़िता ने रेप के मुख्य आरोपी शिवम त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी , हरिशंकर त्रिवेदी , रामकिशोर व उमेश बाजपेई पर जिंदा जलाकर मार देने का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दिया है.
पुलिस ने आनन-फानन सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी थी. शुक्रवार की देर शाम करीब 6 बजे पांचों आरोपियों को सीजेएम कोर्ट के आदेश पर बिहार पुलिस ने 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर उन्नाव जिला कारागार भेज दिया. इस दौरान आरोपियों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जेल भेजा गया.