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झारखंड : जामताड़ा में अवैध खनन के दौरान हादसा, चार की मौत - नारायणपुर प्रखंड

झारखंड में जामताड़ा जिले में सफेद मिट्टी सुरंग से निकालने के दौरान चाल धसने से चार महिलाओं की दबकर मौत हो गई है. पढ़ें पूरी खबर...

जामताड़ा में अवैध खनन के दौरान हादसा
जामताड़ा में अवैध खनन के दौरान हादसा
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Published : Oct 5, 2020, 7:00 PM IST

Updated : Oct 5, 2020, 7:07 PM IST

रांची : झारखंड के जामताड़ा जिले के नारायणपुर प्रखंड में सफेद मिट्टी सुरंग से निकालने के दौरान चाल धसने से चार महिलाओं की दबकर मौत हो गई. इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. वहीं प्रशासन की घोर लापरवाही भी उजागर हुई है.

क्या है मामला
घटना सोमवार की है. नारायणपुर थाना क्षेत्र के मझिलाडीह गांव में गोविंदपुर साहिबगंज मुख्य पथ के किनारे स्थित सफेद मिट्टी के चट्टान में कुछ ग्रामीण महिलाएं सुरंग से अवैध रूप से खनन कर मिट्टी निकालने का काम कर रही थी कि अचानक सफेद मिट्टी का चाल धंस गया, जिसके चपेट में महिलाएं आ गई. बाद में इस घटना की हल्ला होने और खबर की सनसनी फैल गई. घटना की सनसनी फैलने के बाद ग्रामीणों की ओर से इसकी सूचना प्रशासन को दी गई. काफी देर बाद प्रशासन की टीम वहां पहुंची और जेसीबी मशीन लगाकर मलबे में दबी महिलाओं के शवों को निकालने का काम शुरू किया. इस दौरान तीन लोगों महिलाओं का शव निकाला गया.

जामताड़ा में अवैध खनन के दौरान हादसा

पहले भी कई बार घट चुकी है घटना
पहले भी सफेद मिट्टी अवैध खनन के दौरान इस तरह की घटनाएं घट चुकी हैं और कई महिलाओं की जान जा चुकी है. इसके बावजूद न प्रशासन चेती और न ही ग्रामीण महिलाएं सफेद मिट्टी निकालने की बाज आ रही थी.

मझिलाडीह गांव में स्थित है सफेद मिट्टी का चट्टान
नारायणपुर प्रखंड के मझिलाडीह गांव में गोविंदपुर साहिबगंज मुख्य सड़क के किनारे स्थित है सफेद मिट्टी का चट्टान है, जहां पर काफी संख्या में ग्रामीण महिलाएं अवैध रूप से सुरंग बनाकर सफेद मिट्टी निकालने का काम करती हैं, जिसका उपयोग वह उसे बेचने और अपने घर के रंगाई पुताई के उपयोग में लाती हैं.

कई दिनों से ग्रामीण महिलाएं कर रही थी अवैध सफेद मिट्टी का खनन

सफेद मिट्टी के चट्टान के सुरंग से पिछले कई दिनों से ग्रामीण महिलाओं की ओर से अवैध सफेद मिट्टी खनन कर निकालने का काम किया जा रहा था, जिसे लेकर आशंका जताई जा रही थी कि किसी भी तरह का घटना हो सकती है, जिसकी सूचना कई बार स्थानीय लोगों की ओर से प्रशासन को भी दी गई और महिलाओं को भी मना किया गया. लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ा.

ईटीवी भारत ने प्रशासन को किया था आगाह
सफेद मिट्टी से सुरंग बनाकर अवैध रूप से ग्रामीण महिलाओं की ओर से मिट्टी निकाले जाने को लेकर ईटीवी भारत ने पहले ही प्रमुखता से इस खबर को प्रकाशित कर स्थानीय प्रशासन को आगाह किया था. साथ ही किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने की संभावना जताई थी.

प्रशासन की लापरवाही!
समय रहते यदि प्रशासन ने यदि इस गंभीरता से लिया होता, तो यह हादसा नहीं होता और महिलाओं की जान नहीं जाती. लेकिन प्रशासन ने इस मामले में को ई दिलचस्पी नहीं दिखाई और न ही मामले को गंभीरता से लिया.

उपायुक्त ने की पुष्टि
घटना की खबर सुनकर घटनास्थल पर मौके पर पहुंचे उपायुक्त ने घटनास्थल का जायजा लिया और घटना में मलबे में दबी तीन महिलाओं की लाश निकाले जाने की पुष्टि की.

घटना में जनता और प्रशासन की चूक

घटना की खबर सुनकर स्थानीय विधायक इरफान अंसारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. विधायक इरफान अंसारी ने इस घटना में जनता और प्रशासन की चूक बताया है और कहा कि कहीं जनता और प्रशासन की इसमें चूक हुई है. विधायक ने मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिलाने की बात कही.

रांची : झारखंड के जामताड़ा जिले के नारायणपुर प्रखंड में सफेद मिट्टी सुरंग से निकालने के दौरान चाल धसने से चार महिलाओं की दबकर मौत हो गई. इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. वहीं प्रशासन की घोर लापरवाही भी उजागर हुई है.

क्या है मामला
घटना सोमवार की है. नारायणपुर थाना क्षेत्र के मझिलाडीह गांव में गोविंदपुर साहिबगंज मुख्य पथ के किनारे स्थित सफेद मिट्टी के चट्टान में कुछ ग्रामीण महिलाएं सुरंग से अवैध रूप से खनन कर मिट्टी निकालने का काम कर रही थी कि अचानक सफेद मिट्टी का चाल धंस गया, जिसके चपेट में महिलाएं आ गई. बाद में इस घटना की हल्ला होने और खबर की सनसनी फैल गई. घटना की सनसनी फैलने के बाद ग्रामीणों की ओर से इसकी सूचना प्रशासन को दी गई. काफी देर बाद प्रशासन की टीम वहां पहुंची और जेसीबी मशीन लगाकर मलबे में दबी महिलाओं के शवों को निकालने का काम शुरू किया. इस दौरान तीन लोगों महिलाओं का शव निकाला गया.

जामताड़ा में अवैध खनन के दौरान हादसा

पहले भी कई बार घट चुकी है घटना
पहले भी सफेद मिट्टी अवैध खनन के दौरान इस तरह की घटनाएं घट चुकी हैं और कई महिलाओं की जान जा चुकी है. इसके बावजूद न प्रशासन चेती और न ही ग्रामीण महिलाएं सफेद मिट्टी निकालने की बाज आ रही थी.

मझिलाडीह गांव में स्थित है सफेद मिट्टी का चट्टान
नारायणपुर प्रखंड के मझिलाडीह गांव में गोविंदपुर साहिबगंज मुख्य सड़क के किनारे स्थित है सफेद मिट्टी का चट्टान है, जहां पर काफी संख्या में ग्रामीण महिलाएं अवैध रूप से सुरंग बनाकर सफेद मिट्टी निकालने का काम करती हैं, जिसका उपयोग वह उसे बेचने और अपने घर के रंगाई पुताई के उपयोग में लाती हैं.

कई दिनों से ग्रामीण महिलाएं कर रही थी अवैध सफेद मिट्टी का खनन

सफेद मिट्टी के चट्टान के सुरंग से पिछले कई दिनों से ग्रामीण महिलाओं की ओर से अवैध सफेद मिट्टी खनन कर निकालने का काम किया जा रहा था, जिसे लेकर आशंका जताई जा रही थी कि किसी भी तरह का घटना हो सकती है, जिसकी सूचना कई बार स्थानीय लोगों की ओर से प्रशासन को भी दी गई और महिलाओं को भी मना किया गया. लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ा.

ईटीवी भारत ने प्रशासन को किया था आगाह
सफेद मिट्टी से सुरंग बनाकर अवैध रूप से ग्रामीण महिलाओं की ओर से मिट्टी निकाले जाने को लेकर ईटीवी भारत ने पहले ही प्रमुखता से इस खबर को प्रकाशित कर स्थानीय प्रशासन को आगाह किया था. साथ ही किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने की संभावना जताई थी.

प्रशासन की लापरवाही!
समय रहते यदि प्रशासन ने यदि इस गंभीरता से लिया होता, तो यह हादसा नहीं होता और महिलाओं की जान नहीं जाती. लेकिन प्रशासन ने इस मामले में को ई दिलचस्पी नहीं दिखाई और न ही मामले को गंभीरता से लिया.

उपायुक्त ने की पुष्टि
घटना की खबर सुनकर घटनास्थल पर मौके पर पहुंचे उपायुक्त ने घटनास्थल का जायजा लिया और घटना में मलबे में दबी तीन महिलाओं की लाश निकाले जाने की पुष्टि की.

घटना में जनता और प्रशासन की चूक

घटना की खबर सुनकर स्थानीय विधायक इरफान अंसारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. विधायक इरफान अंसारी ने इस घटना में जनता और प्रशासन की चूक बताया है और कहा कि कहीं जनता और प्रशासन की इसमें चूक हुई है. विधायक ने मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिलाने की बात कही.

Last Updated : Oct 5, 2020, 7:07 PM IST
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