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2017 से फरार गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख कोलकाता में देखे गए - GJM supremo Bimal Gurung

साल 2017 से फरार चल रहे गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) प्रमुख बिमल गुरुंग कोलकाता में देखे गए हैं. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक बिमल सॉल्ट लेक इलाके में एक प्रेस वार्ता के सिलसिले में पहुंचे थे.

GJM supremo Bimal Gurung
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख बिमल गुरुंग
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Published : Oct 21, 2020, 7:08 PM IST

Updated : Oct 21, 2020, 7:37 PM IST

कोलकाता : साल 2017 से फरार चल रहे गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) प्रमुख बिमल गुरुंग कोलकाता में देखे गए हैं. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक बिमल सॉल्ट लेक इलाके में एक प्रेस वार्ता के सिलसिले में पहुंचे थे. बता दें, दार्जिलिंग को अलग राज्य का दर्जा दिलाने से जुड़े विरोध-प्रदर्शन के दौरान बिमल फरार हुए थे.

कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने आए थे बिमल गुरुंग

150 से अधिक मामलों में हैं आरोपित

सूत्रों से अभी तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक घटनास्थल पर मौजूद पुलिस ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख बिमल गुरुंग को गिरफ्तार नहीं किया. गोरखा मुक्ति मोर्चा प्रमुख पर 150 से अधिक मामलों के आरोप हैं. इनमें करीब तीन साल पहले दार्जिलिंग में हुए आंदोलन में शामिल होने के भी आरोप हैं.

पहली बार खुले में देखे गए बिमल गुरुंग

हालांकि, गोरखा भवन के अधिकारियों ने उन्हें प्रेस वार्ता के लिए अंदर जाने से मना कर दिया, जिसके बाद गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) प्रमुख बिमल गुरुंग, जो अपनी कार में इंतजार कर रहे थे, वहां से चले गए. यह पहली बार हुआ है जब गुरुंग 2017 में दार्जिलिंग अशांति के बाद खुले में बाहर आए थे. वह गिरफ्तारी से बचने के लिए तब से छिपे हुए थे.

कोलकाता : साल 2017 से फरार चल रहे गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) प्रमुख बिमल गुरुंग कोलकाता में देखे गए हैं. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक बिमल सॉल्ट लेक इलाके में एक प्रेस वार्ता के सिलसिले में पहुंचे थे. बता दें, दार्जिलिंग को अलग राज्य का दर्जा दिलाने से जुड़े विरोध-प्रदर्शन के दौरान बिमल फरार हुए थे.

कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने आए थे बिमल गुरुंग

150 से अधिक मामलों में हैं आरोपित

सूत्रों से अभी तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक घटनास्थल पर मौजूद पुलिस ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख बिमल गुरुंग को गिरफ्तार नहीं किया. गोरखा मुक्ति मोर्चा प्रमुख पर 150 से अधिक मामलों के आरोप हैं. इनमें करीब तीन साल पहले दार्जिलिंग में हुए आंदोलन में शामिल होने के भी आरोप हैं.

पहली बार खुले में देखे गए बिमल गुरुंग

हालांकि, गोरखा भवन के अधिकारियों ने उन्हें प्रेस वार्ता के लिए अंदर जाने से मना कर दिया, जिसके बाद गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) प्रमुख बिमल गुरुंग, जो अपनी कार में इंतजार कर रहे थे, वहां से चले गए. यह पहली बार हुआ है जब गुरुंग 2017 में दार्जिलिंग अशांति के बाद खुले में बाहर आए थे. वह गिरफ्तारी से बचने के लिए तब से छिपे हुए थे.

Last Updated : Oct 21, 2020, 7:37 PM IST
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