मुंबई : महाराष्ट्र के मुंबई स्थित ठाणे के भिवंडी में पटेल कंपाउंड इलाके में एक तीन मंजिला इमारत ढह गई. अब तक 16 लोगों के मारे जाने की खबर है, जिसमें सात बच्चे और चार अन्य लोग शामिल हैं. स्थानीय लोगों द्वारा 20 लोगों को बचाया गया है. वहीं महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे घटना का दौरा करने पहुंचे.
एक निकाय अधिकारी ने बताया कि धमनकर नाका के पास नरपोली में पटेल कम्पाउंड स्थित इमारत जिस समय गिरी, उस समय उसमें रहने वाले लोग सो रहे थे.
पुलिस ने बताया कि 43 वर्ष पुरानी झिलानी इमारत आज तड़के तीन बजकर 40 मिनट पर गिरी और हादसे में मरने वालों में दो साल का बच्चा भी शामिल है. ठाणे आपदा मोचन बल (टीडीआरएफ) के कर्मी मलबे से उबेद कुरैशी नाम के एक बच्चे को निकालते और उसे पानी पिलाते देखे गए.
भिवंडी, ठाणे से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित एक पावरलूम नगर है. एक अधिकारी ने बताया कि इस इमारत में 40 फ्लैट थे और करीब 150 लोग इस इमारत में रहते थे.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं. एनडीआरएफ के महानिदेशक एस. एन. प्रधान ने बताया कि टीमें मलबे में फंसे लोगों का पता लगाने के लिए एक श्वान दस्ते का इस्तेमाल कर रही हैं.
ठाणे नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि इमारत का एक हिस्सा धराशायी हो गया और इमारत में रहने वाले कई लोग मलबे में फंस गए हैं.
उन्होंने कहा कि यह इमारत भिवंडी-निजामपुर नगर निगम के जीर्ण-शीर्ण इमारतों की सूची में शामिल नहीं थी.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि इमारत के गिरने के तत्काल बाद निवासी मौके पर पहुंचे और लोगों को मलबे से निकालने में मदद की.
अधिकारी ने बताया कि एहतियात के तौर पर क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति रोक दी गई है. अधिकारी ने बताया कि घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
भिवंडी के पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे ने बताया कि इमारत गिरने के बाद नगर निकाय के अधिकारियों की शिकायत पर इमारत के मालिक सैय्यद अहमद जिलानी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा-337,338, 304 (2) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
ठाणे के प्रभारी मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि इमारत गिरने की जांच की जाएगी. उन्होंने घटनास्थल का दौरा किया और प्रत्येक मृतक के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि भिवंडी में 102 खतरनाक इमारतों को पहले ही खाली करा लिया गया है.
राष्ट्रपति ने दुख व्यक्त किया
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर दुख जताया है. उन्होंने लिखा, 'महाराष्ट्र के भिवंडी में इमारत गिरने की घटना में जानमाल का नुकसान काफी दुखद है. दुख की इस घड़ी में, मेरे विचार और प्रार्थनाएं पीड़ितों के साथ हैं. मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं.'
पीएम मोदी ने दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर महाराष्ट्र के भिवंडी में इमारत ढहने से मृत लोगों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने ट्वीट किया कि महाराष्ट्र के भिवंडी में इमारत गिरने से दुखी हूं. पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है. घायलों के शीघ्र ठीक होने की प्रार्थना करता हूं. बचाव कार्य जारी है और प्रभावितों को हर संभव मदद की जाएगी.
उद्धव ठाकरे ने दुख व्यक्त किया
मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इमारत के गिरने पर दुख व्यक्त किया और प्रशासन को ठीक से बचाव कार्य करने और घायलों के इलाज का निर्देश दिया.
मृतकों के नाम
1) फैयाज़ कुरैशी (5 वर्ष)
2) आयशा कुरैशी (6 वर्ष)
3) फातमा जुबेर बाबू (2 वर्ष)
4) फातमा जुबैर कुरैशी (8 वर्ष)
5) उजेब जुबेर (6 वर्ष)
6) अस्का आबिद अंसारी (14 वर्ष)
7) अंसारी दानिश अलीद (12 वर्ष)
इस इमारत को फरवरी 2020 में खतरनाक बताया गया था. भिवंडी में 742 खतरनाक इमारतें हैं और लगभग 250 उच्च जोखिम वाली इमारतें हैं.
पटेल कम्पाउंड में स्थित 40 साल पुराने जिलानी बिल्डिंग की हालत जीर्ण शीर्ण थी. सोमवार सुबह करीब 3.45 बजे अचानक वह दुर्घटनाग्रस्त हो गई. घटना के दौरान सभी पीड़ित नींद में थे. स्थानीय लोगों ने कहा कि इमारत खराब हालत में थी और भिवंडी-निजामपुर नगर निगम द्वारा उसे नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन उसकी लोगों ने अनदेखी की.
शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके में स्थित इमारत में लीकेज और सीपेज की भी समस्याएं थीं, जिससे इमारत का ढांचा कमजोर हुआ होगा.जानकारी के अनुसार, कम से कम 20 लोगों के फंसे होने की आशंका है. बिल्डिंग ढहने की घटना में 16 लोगों की जान चली गई है.
एनडीआरएफ की एक घटना स्थान पर मलबे को निकालने की कोशिश कर रही है. टीम ने इमारत ढहने के स्थल पर मलबे के नीचे से एक बच्चे को बचाया. आपदा प्रतिक्रिया बल के 15 कर्मियों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (30 कर्मियों) के एक दल को बचाव अभियान में मदद करने के लिए भेजा गया है. सभी घायलों को आईजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है.