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द्वितीय विश्व युद्ध की 75वीं बरसी, जानें परत दर परत कहानियां

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Published : May 10, 2020, 1:06 PM IST

जर्मनी ने एक सितंबर, 1939 को पोलैंड पर आक्रमण करके द्वितीय विश्व युद्ध का शुरुआत किया. इसके बाद जर्मन सेनाओं ने नॉर्वे और डेनमार्क पर आक्रमण कर दिया. 10 मई, 1940 को जर्मनी ने निम्न देशों (नीदरलैंड, बेल्जियम और लक्जमबर्ग) पर हमला करके पश्चिमी यूरोप पर अपना हमला शुरू कर दिया.

world war 2
डिजाइन फोटो

हैदराबाद : आधुनिक काल में द्वितीय विश्व युद्ध मानव इतिहास का सबसे बड़ा और सबसे विनाशकारी संघर्ष था. एडॉल्फ हिटलर और नाजी शासन ने मौजूदा आबादी की सफाया कर पूर्वी यूरोप में जर्मनों के लिए 'रहने की जगह' (लेबेन्सरम) का एक विशाल साम्राज्य की कल्पना की. नाजी का लक्ष्य जर्मन 'मास्टर रेस' को मजबूत करने की थी. परिणामस्वरूप यहूदियों और कई अन्य लोगों का उत्पीड़न और हत्याएं हुईं.

मुख्य तथ्य

जर्मनी ने 1 सितंबर, 1939 को पोलैंड पर आक्रमण करके द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत की. बाद के वर्षों में, जर्मनी ने 11 देशों पर आक्रमण किया. अधिकांश यहूदी यूरोपीय देशों में रहते थे. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजी जर्मन इन देशों पर कब्जा करना चाहते थे. 1941 और 1944 के बीच नाजी जर्मन अधिकारियों ने जर्मनी के कब्जे वाले क्षेत्रों से और अपने सहयोगी देशों के यहूदी बस्तियों से हत्या केंद्र में भेज दिया.

जनवरी 1933 के अंत में नाजियों के सत्ता में आने के दिन से नाजी नेतृत्व ने यूरोपीय युद्ध की योजना बनाना शुरू कर दिया था. युद्ध और नरसंहार की नीति का संबंध शुरू से रहा.

1939

सोवियत संघ की तटस्थ करने के बाद (अगस्त 1939 से जर्मन-सोवियत संधि), जर्मनी ने 1 सितंबर, 1939 को पोलैंड पर आक्रमण करके द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत की. ब्रिटेन और फ्रांस ने तीन सितंबर को जर्मनी पर युद्ध की घोषणा करके जवाब दिया. एक महीने बाद पोलैंड को जर्मन और सोवियत सेनाओं ने हरा दिया. नाजी जर्मनी और सोवियत संघ के बीच इसे विभाजित कर लिया गया.

1940

पोलैंड की हार के बाद लड़ाई नौ अप्रैल 1940 को समाप्त हो गई. इसके बाद जर्मन सेनाओं ने नॉर्वे और डेनमार्क पर आक्रमण कर दिया. 10 मई, 1940 को जर्मनी ने निम्न देशों (नीदरलैंड, बेल्जियम और लक्जमबर्ग) पर हमला करके पश्चिमी यूरोप पर अपना हमला शुरू कर दिया. इसके बाद युद्ध में तटस्थ फ्रांस भी शामिल हो गया. 22 जून, 1940 को, फ्रांस ने जर्मनी के साथ एक युद्धविराम पर हस्ताक्षर किया. फ्रांस के उत्तरी हिस्से को जर्मन कब्जे के लिए प्रदान किया और दक्षिण में विची शहर में जर्मनी के सहयोगी शासन की स्थापना की अनुमति दी. जर्मन प्रोत्साहन के साथ, सोवियत संघ ने जून 1940 में बाल्टिक राज्यों पर कब्जा कर लिया और औपचारिक रूप से उन्हें अगस्त 1940 में कैद कर लिया. इटली, एक्सिस का सदस्य (जर्मनी के साथ संबद्ध देश), 10 जून, 1940 को युद्ध में शामिल हुआ. 10 जुलाई से अक्टूबर तक 31, 1940 नाजियों ने युद्ध किया और अंततः हार गए. इंग्लैंड से युद्ध हुआ, जिसे ब्रिटेन की लड़ाई के रूप में जाना जाता है.

ब्रिटेन से युद्ध

जून 1940 में फ्रांस से युद्ध के बाद ब्रिटेन पर जर्मनी ने हवाई हमला किया. महीनों के हवाई हमलों के बावजूद, जर्मनी ब्रिटेन की रॉयल एयर फोर्स (RAF) को नष्ट करने में सक्षम नहीं था. 1940 में आक्रमण अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया. जर्मन लोगों ने जून 1941 में सोवियत संघ के आक्रमण की तैयारी के कारण मुख्य रूप से हवाई हमलों को रोक दिया.

1941 सोवियत संघ पर आक्रमण

  • जर्मन सेना (वेहरमाट) ने पूर्व में युद्ध को साम्यवाद के खिलाफ युद्ध माना और न कि युद्ध के 'सामान्य नियमों' के अधीन.
  • जून 1941 में सोवियत संघ पर जर्मन आक्रमण के बाद जर्मन सैनिकों ने गांव जलाया और नष्ट किया.
  • 6 अप्रैल, 1941 को यूगोस्लाविया और ग्रीस पर आक्रमण करके बाल्कन क्षेत्र को कब्जा कर लिया. जर्मन और उनके सहयोगियों ने जर्मन-सोवियत संधि के प्रत्यक्ष उल्लंघन कर 22 जून 1941 को सोवियत संघ पर आक्रमण किया.
  • जून और जुलाई 1941 में, जर्मनों ने बाल्टिक राज्यों पर भी कब्जा कर लिया. इसके बाद सोवियत नेता जोसेफ स्टालिन तब नाजी जर्मनी और उसके एक्सिस सहयोगियों के विरोध में एक प्रमुख युद्धकालीन मित्र राष्ट्र नेता बन गए.
  • 1941 की गर्मियों और शरद ऋतु के दौरान, जर्मन सैनिकों ने सोवियत संघ में प्रवेश किया, लेकिन लाल सेना के प्रतिरोध ने जर्मनों को लेनिनग्राद और मॉस्को के प्रमुख शहरों पर कब्जा करने से रोक दिया.
  • छ दिसंबर, 1941 को सोवियत सैनिकों ने एक महत्वपूर्ण जवाबी कार्रवाई शुरू की, जिसके बाद जर्मन सेना को मॉस्को के बाहरी इलाके से स्थायी रूप से हटा दिया.
  • एक दिन बाद सात दिसंबर, 1941 को जापान (एक्सिस शक्तियों में से एक) ने पर्ल हार्बर पर हवाई बमबारी शुरू कर दी. संयुक्त राज्य अमेरिका ने तुरंत जापान पर युद्ध की घोषणा की.
  • 11 दिसंबर को जर्मनी और इटली ने संयुक्त राज्य अमेरिका पर सैन्य हमले की घोषणा की.

जापान ने पर्ल हार्बर पर हमला किया

जापानी विमानों ने अमेरिका के पर्ल हार्बर में नौसैनिक अड्डे पर बमबारी की. आश्चर्यजनक हमले के बाद अमेरिकी आक्रोश चरम पर पहुंच गया और संयुक्त राज्य अमेरिका ने अगले दिन जापान से युद्ध की घोषणा की.

1942-1943

मई 1942 में ब्रिटिश रॉयल एयर फोर्स ने जर्मनी के कोलोन शहर में एक हजार बमवर्षकों के साथ हमला कर दिया. पहली बार जर्मनी में युद्ध के अंदर युद्ध पहुंच गया. अगले तीन वर्षों के लिए, मित्र देशों की वायु सेनाओं ने व्यवस्थित रूप से औद्योगिक संयंत्रों और शहरों पर पूरी तरह से बमबारी की, जिससे जर्मनी के शहरों का अधिकांश हिस्सा 1945 तक जल गया था.

  • 1942 के अंत और 1943 की शुरुआत में, मित्र देशों की सेनाओं ने उत्तरी अफ्रीका में महत्वपूर्ण सैन्य जीत हासिल कर ली. अफ्रीका में एक्सिस सैन्य इकाई के लगभग 1,50,000 सैनिकों ने मई 1943 में आत्मसमर्पण कर दिया.
  • पूर्वी मोर्चे पर 1942 की गर्मियों के दौरान जर्मनों और उनके एक्सिस सहयोगियों ने सोवियत संघ में अपना आक्रमण बदल दिया.
  • 1942 की गर्मियों की शुरुआत में दोनों मोर्चों पर जर्मन आक्रमण रुक गया. नवंबर में, सोवियत सैनिकों ने स्टेलिनग्राद में जवाबी हमला किया और 2 फरवरी, 1943 को जर्मन सेना सोवियत संघ के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
  • जुलाई 1943 में जर्मनों ने कुर्स्क पर एक और हमला किया. इतिहास की सबसे बड़ी टैंक लड़ाई थी, लेकिन सोवियत सैनिकों ने हमले को विफल कर दिया. इतालवी फासीवादी पार्टी की ग्रैंड काउंसिल ने इतालवी प्रमुख बेनिटो मुसोलिनी (हिटलर के सहयोगी) को पद से हटा दिया.
  • इतालवी सेना ने पदभार संभाला और आठ सितंबर को एंग्लो-अमेरिकन बलों के सामने आत्मसमर्पण किया. इटली में तैनात जर्मन सैनिकों ने उत्तरी इटली के आधे हिस्से पर नियंत्रण स्थापित कर लिया. मुसोलिनी, जो इतालवी सैन्य अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किया गया था. उसे सितंबर में जर्मन एसएस कमांडो द्वारा बचाया गया और (जर्मन पर्यवेक्षण के तहत) उत्तरी इटली में एक कठपुतली शासन स्थापित किया.
  • जर्मन सैनिकों ने 2 मई, 1945 को आत्मसमर्पण करने तक उत्तरी इटली पर कब्जा बनाए रखा.

सोवियत सैनिक हिटलर के छुपे हुए जगह भूमिगत बंकर में प्रवेश कर गए. बर्लिन में सोवियत सेना हिटलर को पकड़ती, इसके पहले 30 अप्रैल, 1945 को उसने आत्महत्या कर ली. सात मई, 1945 को जर्मनी ने पश्चिमी सहयोगियों और नौ मई को बर्लिन में सोवियत संघ के सामने बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया.

अगस्त में अमेरिका ने जापानी शहर हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिरा दिया. इसके तुरंत बाद युद्ध समाप्त हो गया. इसमें 120,000 नागरिक मारे गए. जापान ने औपचारिक रूप से दो सितंबर को आत्मसमर्पण कर दिया. द्वितीय विश्व युद्ध के परिणामस्वरूप दुनिया भर में अनुमानित पांच करोड़ पचास लाख मौतें हुईं. यह इतिहास का सबसे बड़ा और सबसे विनाशकारी संघर्ष था.

रोचक तथ्य

  • द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जर्मनी आधे में विभाजित हो गया था. पश्चिमी जर्मनी आधा पश्चिमी संघ द्वारा और आधा पूर्वी जर्मनी सोवियत संघ द्वारा नियंत्रित किया गया. एडोल्फ हिटलर ने 30 अप्रैल, 1945 को एक बंकर में आत्महत्या कर ली जब उन्हें एहसास हुआ कि जर्मनी युद्ध हार जाएगा.
  • यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध में लगभग 2,00,000 अमेरिकी सैनिकों ने लड़ाई में अपनी जान गंवाई.
  • संयुक्त राज्य अमेरिका के जनरल ड्वाइट डी आइजनहावर यूरोप में मित्र देशों की सेना के सुप्रीम कमांडर थे. एक समय पर वह 50 लाख से अधिक सैनिकों के प्रभारी थे.
  • पूर्वी मोर्चे में युद्ध को सोवियत संघ में लोगों द्वारा महान देशभक्तिपूर्ण युद्ध कहा जाता है.

हैदराबाद : आधुनिक काल में द्वितीय विश्व युद्ध मानव इतिहास का सबसे बड़ा और सबसे विनाशकारी संघर्ष था. एडॉल्फ हिटलर और नाजी शासन ने मौजूदा आबादी की सफाया कर पूर्वी यूरोप में जर्मनों के लिए 'रहने की जगह' (लेबेन्सरम) का एक विशाल साम्राज्य की कल्पना की. नाजी का लक्ष्य जर्मन 'मास्टर रेस' को मजबूत करने की थी. परिणामस्वरूप यहूदियों और कई अन्य लोगों का उत्पीड़न और हत्याएं हुईं.

मुख्य तथ्य

जर्मनी ने 1 सितंबर, 1939 को पोलैंड पर आक्रमण करके द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत की. बाद के वर्षों में, जर्मनी ने 11 देशों पर आक्रमण किया. अधिकांश यहूदी यूरोपीय देशों में रहते थे. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजी जर्मन इन देशों पर कब्जा करना चाहते थे. 1941 और 1944 के बीच नाजी जर्मन अधिकारियों ने जर्मनी के कब्जे वाले क्षेत्रों से और अपने सहयोगी देशों के यहूदी बस्तियों से हत्या केंद्र में भेज दिया.

जनवरी 1933 के अंत में नाजियों के सत्ता में आने के दिन से नाजी नेतृत्व ने यूरोपीय युद्ध की योजना बनाना शुरू कर दिया था. युद्ध और नरसंहार की नीति का संबंध शुरू से रहा.

1939

सोवियत संघ की तटस्थ करने के बाद (अगस्त 1939 से जर्मन-सोवियत संधि), जर्मनी ने 1 सितंबर, 1939 को पोलैंड पर आक्रमण करके द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत की. ब्रिटेन और फ्रांस ने तीन सितंबर को जर्मनी पर युद्ध की घोषणा करके जवाब दिया. एक महीने बाद पोलैंड को जर्मन और सोवियत सेनाओं ने हरा दिया. नाजी जर्मनी और सोवियत संघ के बीच इसे विभाजित कर लिया गया.

1940

पोलैंड की हार के बाद लड़ाई नौ अप्रैल 1940 को समाप्त हो गई. इसके बाद जर्मन सेनाओं ने नॉर्वे और डेनमार्क पर आक्रमण कर दिया. 10 मई, 1940 को जर्मनी ने निम्न देशों (नीदरलैंड, बेल्जियम और लक्जमबर्ग) पर हमला करके पश्चिमी यूरोप पर अपना हमला शुरू कर दिया. इसके बाद युद्ध में तटस्थ फ्रांस भी शामिल हो गया. 22 जून, 1940 को, फ्रांस ने जर्मनी के साथ एक युद्धविराम पर हस्ताक्षर किया. फ्रांस के उत्तरी हिस्से को जर्मन कब्जे के लिए प्रदान किया और दक्षिण में विची शहर में जर्मनी के सहयोगी शासन की स्थापना की अनुमति दी. जर्मन प्रोत्साहन के साथ, सोवियत संघ ने जून 1940 में बाल्टिक राज्यों पर कब्जा कर लिया और औपचारिक रूप से उन्हें अगस्त 1940 में कैद कर लिया. इटली, एक्सिस का सदस्य (जर्मनी के साथ संबद्ध देश), 10 जून, 1940 को युद्ध में शामिल हुआ. 10 जुलाई से अक्टूबर तक 31, 1940 नाजियों ने युद्ध किया और अंततः हार गए. इंग्लैंड से युद्ध हुआ, जिसे ब्रिटेन की लड़ाई के रूप में जाना जाता है.

ब्रिटेन से युद्ध

जून 1940 में फ्रांस से युद्ध के बाद ब्रिटेन पर जर्मनी ने हवाई हमला किया. महीनों के हवाई हमलों के बावजूद, जर्मनी ब्रिटेन की रॉयल एयर फोर्स (RAF) को नष्ट करने में सक्षम नहीं था. 1940 में आक्रमण अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया. जर्मन लोगों ने जून 1941 में सोवियत संघ के आक्रमण की तैयारी के कारण मुख्य रूप से हवाई हमलों को रोक दिया.

1941 सोवियत संघ पर आक्रमण

  • जर्मन सेना (वेहरमाट) ने पूर्व में युद्ध को साम्यवाद के खिलाफ युद्ध माना और न कि युद्ध के 'सामान्य नियमों' के अधीन.
  • जून 1941 में सोवियत संघ पर जर्मन आक्रमण के बाद जर्मन सैनिकों ने गांव जलाया और नष्ट किया.
  • 6 अप्रैल, 1941 को यूगोस्लाविया और ग्रीस पर आक्रमण करके बाल्कन क्षेत्र को कब्जा कर लिया. जर्मन और उनके सहयोगियों ने जर्मन-सोवियत संधि के प्रत्यक्ष उल्लंघन कर 22 जून 1941 को सोवियत संघ पर आक्रमण किया.
  • जून और जुलाई 1941 में, जर्मनों ने बाल्टिक राज्यों पर भी कब्जा कर लिया. इसके बाद सोवियत नेता जोसेफ स्टालिन तब नाजी जर्मनी और उसके एक्सिस सहयोगियों के विरोध में एक प्रमुख युद्धकालीन मित्र राष्ट्र नेता बन गए.
  • 1941 की गर्मियों और शरद ऋतु के दौरान, जर्मन सैनिकों ने सोवियत संघ में प्रवेश किया, लेकिन लाल सेना के प्रतिरोध ने जर्मनों को लेनिनग्राद और मॉस्को के प्रमुख शहरों पर कब्जा करने से रोक दिया.
  • छ दिसंबर, 1941 को सोवियत सैनिकों ने एक महत्वपूर्ण जवाबी कार्रवाई शुरू की, जिसके बाद जर्मन सेना को मॉस्को के बाहरी इलाके से स्थायी रूप से हटा दिया.
  • एक दिन बाद सात दिसंबर, 1941 को जापान (एक्सिस शक्तियों में से एक) ने पर्ल हार्बर पर हवाई बमबारी शुरू कर दी. संयुक्त राज्य अमेरिका ने तुरंत जापान पर युद्ध की घोषणा की.
  • 11 दिसंबर को जर्मनी और इटली ने संयुक्त राज्य अमेरिका पर सैन्य हमले की घोषणा की.

जापान ने पर्ल हार्बर पर हमला किया

जापानी विमानों ने अमेरिका के पर्ल हार्बर में नौसैनिक अड्डे पर बमबारी की. आश्चर्यजनक हमले के बाद अमेरिकी आक्रोश चरम पर पहुंच गया और संयुक्त राज्य अमेरिका ने अगले दिन जापान से युद्ध की घोषणा की.

1942-1943

मई 1942 में ब्रिटिश रॉयल एयर फोर्स ने जर्मनी के कोलोन शहर में एक हजार बमवर्षकों के साथ हमला कर दिया. पहली बार जर्मनी में युद्ध के अंदर युद्ध पहुंच गया. अगले तीन वर्षों के लिए, मित्र देशों की वायु सेनाओं ने व्यवस्थित रूप से औद्योगिक संयंत्रों और शहरों पर पूरी तरह से बमबारी की, जिससे जर्मनी के शहरों का अधिकांश हिस्सा 1945 तक जल गया था.

  • 1942 के अंत और 1943 की शुरुआत में, मित्र देशों की सेनाओं ने उत्तरी अफ्रीका में महत्वपूर्ण सैन्य जीत हासिल कर ली. अफ्रीका में एक्सिस सैन्य इकाई के लगभग 1,50,000 सैनिकों ने मई 1943 में आत्मसमर्पण कर दिया.
  • पूर्वी मोर्चे पर 1942 की गर्मियों के दौरान जर्मनों और उनके एक्सिस सहयोगियों ने सोवियत संघ में अपना आक्रमण बदल दिया.
  • 1942 की गर्मियों की शुरुआत में दोनों मोर्चों पर जर्मन आक्रमण रुक गया. नवंबर में, सोवियत सैनिकों ने स्टेलिनग्राद में जवाबी हमला किया और 2 फरवरी, 1943 को जर्मन सेना सोवियत संघ के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
  • जुलाई 1943 में जर्मनों ने कुर्स्क पर एक और हमला किया. इतिहास की सबसे बड़ी टैंक लड़ाई थी, लेकिन सोवियत सैनिकों ने हमले को विफल कर दिया. इतालवी फासीवादी पार्टी की ग्रैंड काउंसिल ने इतालवी प्रमुख बेनिटो मुसोलिनी (हिटलर के सहयोगी) को पद से हटा दिया.
  • इतालवी सेना ने पदभार संभाला और आठ सितंबर को एंग्लो-अमेरिकन बलों के सामने आत्मसमर्पण किया. इटली में तैनात जर्मन सैनिकों ने उत्तरी इटली के आधे हिस्से पर नियंत्रण स्थापित कर लिया. मुसोलिनी, जो इतालवी सैन्य अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किया गया था. उसे सितंबर में जर्मन एसएस कमांडो द्वारा बचाया गया और (जर्मन पर्यवेक्षण के तहत) उत्तरी इटली में एक कठपुतली शासन स्थापित किया.
  • जर्मन सैनिकों ने 2 मई, 1945 को आत्मसमर्पण करने तक उत्तरी इटली पर कब्जा बनाए रखा.

सोवियत सैनिक हिटलर के छुपे हुए जगह भूमिगत बंकर में प्रवेश कर गए. बर्लिन में सोवियत सेना हिटलर को पकड़ती, इसके पहले 30 अप्रैल, 1945 को उसने आत्महत्या कर ली. सात मई, 1945 को जर्मनी ने पश्चिमी सहयोगियों और नौ मई को बर्लिन में सोवियत संघ के सामने बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया.

अगस्त में अमेरिका ने जापानी शहर हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिरा दिया. इसके तुरंत बाद युद्ध समाप्त हो गया. इसमें 120,000 नागरिक मारे गए. जापान ने औपचारिक रूप से दो सितंबर को आत्मसमर्पण कर दिया. द्वितीय विश्व युद्ध के परिणामस्वरूप दुनिया भर में अनुमानित पांच करोड़ पचास लाख मौतें हुईं. यह इतिहास का सबसे बड़ा और सबसे विनाशकारी संघर्ष था.

रोचक तथ्य

  • द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जर्मनी आधे में विभाजित हो गया था. पश्चिमी जर्मनी आधा पश्चिमी संघ द्वारा और आधा पूर्वी जर्मनी सोवियत संघ द्वारा नियंत्रित किया गया. एडोल्फ हिटलर ने 30 अप्रैल, 1945 को एक बंकर में आत्महत्या कर ली जब उन्हें एहसास हुआ कि जर्मनी युद्ध हार जाएगा.
  • यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध में लगभग 2,00,000 अमेरिकी सैनिकों ने लड़ाई में अपनी जान गंवाई.
  • संयुक्त राज्य अमेरिका के जनरल ड्वाइट डी आइजनहावर यूरोप में मित्र देशों की सेना के सुप्रीम कमांडर थे. एक समय पर वह 50 लाख से अधिक सैनिकों के प्रभारी थे.
  • पूर्वी मोर्चे में युद्ध को सोवियत संघ में लोगों द्वारा महान देशभक्तिपूर्ण युद्ध कहा जाता है.
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