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कर्नाटक में नारियल से बनाई गई 30 फीट की गणेश मूर्ति - 30 से की बनाई गई गणेश मूर्ति

कर्नाटक के जेपी नगर कर्नाटक के जेपी नगर में स्थिति सत्य गणपति मंदिर में 30 फीट की नागरियल से बनी इको फ्रेंडली गणेश मूर्ति स्थापित की गई. इस मूर्ति को बनाने में नागरियल का उपयोग किया गया है. पढ़ें पूरी खबर...

गणेश मूर्ति
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Published : Aug 30, 2019, 12:14 AM IST

Updated : Sep 28, 2019, 7:51 PM IST

बेंगलुरु: कर्नाटक के जेपी नगर में स्थिति सत्य गणपति मंदिर में 30 फीट की नागरियल से बनी इको फ्रेंडली गणेश मूर्ति स्थापित की गई है. इस मूर्ति को बनाने के लिए 9 हजार नारियल और 3 हजार कच्चा नारियल का उपयोग किया गया हैं. जेपी नगर में यह मूर्ति श्री सत्य गणपति शिरडी साईं ट्रस्ट ऑफ पुट्टेनहल्ली द्वारा जेपी नगर में स्थापित किया जाएगा, इसके ट्रस्ट के द्वारा हर साल नए तरीके से गणेश की मूर्ति बनाई जाती है.

इस बर्ष नारियल को गणेश भगवान को मूर्ति के निर्माण के लिए चुना गया है क्योंकि यह लंबे समय तक खराब नहीं होता है.

एक साल में तो मंदिर के ट्रस्ट ने गन्ने से 30 फीट की मूर्ति बनाई थी.

कर्नाटक में नागरियल से बनाई गई गणेश मूर्ति

ट्रस्ट के संयोयक राजू मोहन ने दो सल पहले 400 किलो सूती के कपड़े से गणेश की मूर्ति का निर्माण करवाए थे.

गौरतलब है कि 21 दिनों तक 50 मजदूर लगातार इस मूर्ति पर काम कर रहे थे, इसके बाद जाकर यह मंदिर तैयार हुआ है. यह अनोखा गणेश मंदिर आगमी सोमवार से दर्शन के लिए खुलेगा.

मंदिर के अधिकारियों ने पर्यावरण के अनुकूल पहल की है, इसलिए मंदिर को सजाने के लिए 21 प्रकार की सब्जियों का प्रयोग इस मंदिर को सजाने का फैसला लिया है,

पढ़ें ः खुफिया एजेंसी की चेतावनी, पाक के प्रशिक्षित कमांडो कर सकते हैं कच्छ खाड़ी में प्रवेश

मंदिर के अधिकारियों ने कहा कि प्रसाद को भी अलग तरीके से बनाया गया है , इसके लिए दस हजार किलोग्राम का केशरी बाध (सूजी से बनी एक मिठाई) बनाया गया है, इस मिठाई को बनाने के लिए दो हजार किलोग्राम रवा, दो हजार किलोग्राम चीनी और एक हजार लीटर घी का उपयोग किया गया है. यह मिठाई मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दी जाएगी.

बेंगलुरु: कर्नाटक के जेपी नगर में स्थिति सत्य गणपति मंदिर में 30 फीट की नागरियल से बनी इको फ्रेंडली गणेश मूर्ति स्थापित की गई है. इस मूर्ति को बनाने के लिए 9 हजार नारियल और 3 हजार कच्चा नारियल का उपयोग किया गया हैं. जेपी नगर में यह मूर्ति श्री सत्य गणपति शिरडी साईं ट्रस्ट ऑफ पुट्टेनहल्ली द्वारा जेपी नगर में स्थापित किया जाएगा, इसके ट्रस्ट के द्वारा हर साल नए तरीके से गणेश की मूर्ति बनाई जाती है.

इस बर्ष नारियल को गणेश भगवान को मूर्ति के निर्माण के लिए चुना गया है क्योंकि यह लंबे समय तक खराब नहीं होता है.

एक साल में तो मंदिर के ट्रस्ट ने गन्ने से 30 फीट की मूर्ति बनाई थी.

कर्नाटक में नागरियल से बनाई गई गणेश मूर्ति

ट्रस्ट के संयोयक राजू मोहन ने दो सल पहले 400 किलो सूती के कपड़े से गणेश की मूर्ति का निर्माण करवाए थे.

गौरतलब है कि 21 दिनों तक 50 मजदूर लगातार इस मूर्ति पर काम कर रहे थे, इसके बाद जाकर यह मंदिर तैयार हुआ है. यह अनोखा गणेश मंदिर आगमी सोमवार से दर्शन के लिए खुलेगा.

मंदिर के अधिकारियों ने पर्यावरण के अनुकूल पहल की है, इसलिए मंदिर को सजाने के लिए 21 प्रकार की सब्जियों का प्रयोग इस मंदिर को सजाने का फैसला लिया है,

पढ़ें ः खुफिया एजेंसी की चेतावनी, पाक के प्रशिक्षित कमांडो कर सकते हैं कच्छ खाड़ी में प्रवेश

मंदिर के अधिकारियों ने कहा कि प्रसाद को भी अलग तरीके से बनाया गया है , इसके लिए दस हजार किलोग्राम का केशरी बाध (सूजी से बनी एक मिठाई) बनाया गया है, इस मिठाई को बनाने के लिए दो हजार किलोग्राम रवा, दो हजार किलोग्राम चीनी और एक हजार लीटर घी का उपयोग किया गया है. यह मिठाई मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दी जाएगी.

Intro:Body:

A 30 foot eco-friendly Coconut Ganesha created by using 9 thousand 

Conclusion:
Last Updated : Sep 28, 2019, 7:51 PM IST
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