नई दिल्लीः देश के राजनीतिक दलों ने 50 प्रतिशत वीवीपीएटी (वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रायल) की गिनती करने की अर्जी दायर की है.
इससे पहले भी जब अर्जी दायर की गई थी तो सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया था. लेकिन वीवीपीएटी की गिनती बढ़ाने का निर्देश दिया था.
14 अप्रैल को कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल, टीडीपी, एनसीपी, आप, सीपीआई(एम), सीपीआई, एन सी, एस पी, आर एल डी, एल जे डी और डीएमके एक मंच पर एकत्रित हुए और इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की विश्वसनीयता पर चिंता जताई थी.
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आपको बता दें इससे पहले भी राजनीतिक दलों ने यह मुद्दाकां बार बार उठाया था, लेकिन चुनाव आयोग ने ईवीम के साथ हुई किसी भी छेड़छाड़ की संभावना से हमेशा इंकार किया है.
विपक्षी दल कल लोकसभा के तीसरे चरण के चुनाव के बाद याचिका लेकर सुप्रीम कोर्ट के पास गये.