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15 अगस्त का मुख्य समारोह लाल किले पर, जानें 73वें स्वतंत्रता दिवस का पूरा कार्यक्रम

15 अगस्त का दिन भारत के लिये बेहद खास है. आज ही दिन साल 1947 में भारत आजाद हुआ था. हर साल पूरे देश के साथ-साथ राजधानी दिल्ली में खास अंदाज से मनाया जाता है. चलिये जानते हैं, कैसा रहेगा इस बार का स्वतंत्रता दिवस.

लाल किला (सौ. IANS)
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Published : Aug 14, 2019, 11:04 PM IST

Updated : Sep 27, 2019, 1:13 AM IST

नई दिल्ली: 15 अगस्त, यानि गुरुवार को पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा होगा. हर जगह 73वें स्वतंत्रता दिवस को धूमधाम से मनाया जाएगा. वैसे तो पूरे भारत में कार्यक्रम आयोजित करवाए जाएंगे, लेकिन मुख्य कार्यक्रम राजधानी दिल्ली में मनाया जाएगा. जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लालकिले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्र को संबोधित करेंगे.

गुरुवार को होने वाले कार्यक्रम की बिंदुवार जानकारी:

  • लालकिले के लाहौरी गेट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगवानी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक और रक्षा सचिव संजय मित्रा करेंगे.
  • रक्षा सचिव प्रधानमंत्री का परिचय दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल असित मिस्त्री से करवाएंगे.
  • लेफ्टिनेंट जनरल असित मिस्त्री प्रधानमंत्री को सलामी मंच की ओर ले जाएंगे जहां अंतर सेना और पुलिस गार्ड के जवान उन्हें सलामी देंगे. इसके बाद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करेंगे.
  • प्रधानमंत्री को सलामी देने वाले दस्ते में सेना के तीनों अंगों और दिल्ली पुलिस बल से एक-एक अधिकारी और 24-24 जवान शामिल होंगे.
  • सलामी देने वाला दस्ता प्राचीर के नीचे की खाई के पास राष्ट्रीय ध्वज के सामने मौजूद रहेगा.
  • इस साल, गार्ड ऑफ ऑनर का समन्वय भारतीय वायुसेना को सौंपा गया है.
  • वायुसेना के विंग कमांडर अनुज भारद्वाज इस गार्ड ऑफ ऑनर का नेतृत्व करेंगे.

प्रधानमंत्री की गार्ड ऑफ ऑनर में शामिल थलसेना के दस्ते की कमान मेजर लैशराम टोनी सिंह संभालेंगे.

  • नौसेना दस्ते का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर प्रशांथ प्रभाकर करेंगे जबकि वायुसेना दस्ते की कमान स्कवाड्रन लीडर एसबी गौड़ा के हाथों में होगी.
  • दिल्ली पुलिस बल के दस्ते की कमान एडीशनल डीसीपी बिक्रम एचएम मीणा संभालेंगे.
  • प्रधानमंत्री की गार्ड ऑफ ऑनर में थल सेना का प्रतिनिधित्व गढ़वाल राइफल्स की द्वितीय बटालियन कर रही है.
  • गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री लालकिले की प्राचीर की ओर प्रस्थान करेंगे.
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक, सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, वायुसेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल बिरेन्द्र सिंह धनोआ और नौसेनाध्यक्ष एडमिरल कर्मबीर सिंह पीएम मोदी का अभिवादन करेंगे.
  • जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी), दिल्ली एरिया, ध्वजारोहण के लिए प्रधानमंत्री को लाल किले की प्राचीर की ओर ले जाएंगे.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे, और गार्ड ऑफ ऑनर के जवान राष्ट्रीय सलामी देंगे, तब वायु सेना बैंड के बैंडवादक राष्ट्र गान की धुन बजाएंगे.

  • तीनों सेनाओं के सभी उपस्थित अधिकारी एवं जवान सम्मान में खड़े होकर सलामी देंगे. बैंड के दस्ते की कमान जूनियर वारंट ऑफिसर पंकज बाबू के हाथों में होगी.
  • राष्ट्रीय ध्वज को फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता फ्लाइंग ऑफ़िसर प्रीतम सांगवान करेंगी.
  • प्रधानमंत्री की एडीसी ड्यूटी के लिए दो वायुसेना अधिकारी फ्लाईट लेफ्टिनेंट ज्योति यादव और फ्लाईट लेफ्टिनेंट मानसी गेड़ा सलामी मंच के दोनों ओर तैनात रहेंगी.
  • ध्वजारोहण की गौरवशाली परंपरा के साथ ही सर्वोत्कृष्ट 2233 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) के बहादुर गनर ताल से ताल मिलाते हुए 21 तोपों की सलामी देंगे.
  • इस बैटरी की कमान लेफ्टिनेंट कर्नल सी संदीप संभाल रहे हैं जबकि गन पोजिशन ऑफिसर रेजिमेंट हवलदार मेजर कोलेट राजेश श्रीपति हैं.

प्रधानमंत्री द्वारा ध्वजारोहण के समय राष्ट्रीय सलामी देने वाली राष्ट्रीय ध्वज गार्ड में थल सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस बल से एक-एक अधिकारी और 32-32 जवान शामिल होंगे.

  • वायुसेना के विंग कमांडर कुणाल खन्ना इस अंतर सेना दस्ते और दिल्ली पुलिस गार्ड का नेतृत्व करेंगे.
  • ध्वजारोहण गार्ड के नौसेना दस्ते की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर सतविंदर सिंह के हाथों में होगी.
  • थलसेना दस्ते की कमान मेजर सूर्य प्रकाश संभालेंगे जबकि वायु सेना दस्ते की कमान स्कवाड्रन लीडर रविंद्रा संभालेंगे.
  • दिल्ली पुलिस के दस्ते का नेतृत्व एडिशनल डीसीपी रोहित राजवीर सिंह करेंगे.
  • राष्ट्रीय ध्वजारोहण गार्ड में शामिल भारतीय थलसेना का प्रतिनिधित्व प्रथम गोरखा राइफल्स की पांचवी बटालियन कर रही है.
  • ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोंधित करेंगे. इसके बाद स्कूल के छात्र और एनसीसी कैडेट्स राष्ट्र गान गाएंगे.

17 स्कूलों के बच्चे
इस वर्ष यानि 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शिक्षा निदेशालय, दिल्ली सरकार के अंतर्गत थल सेना, नौसेना और वायुसेना की शाखा के 17 विद्यालयों से 700 एनसीसी कैडेट्स ध्वजारोहण समारोह में हिस्सा ले रहे हैं. ये कैडेट्स समारोह के दौरान स्कूल के छात्रों के साथ देश भक्ति के गीत और राष्ट्रगान गाएंगे.

पढ़ें: 15 अगस्त की पूर्व संध्या : राष्ट्रपति कोविंद के संदेश में आर्टिकल 370 का जिक्र

लालकिले के सामने 'नया भारत'
शिक्षा निदेशालय, दिल्ली सरकार के 41 विद्यालयों की 3,500 छात्राएं राष्ट्रगान गाएंगी और 5,000 छात्र इस कार्यक्रम का अवलोकन करेंगे. इस पावन और गौरवमय अवसर पर स्कूल के ये छात्र एवं छात्राएं लाल किले की प्राचीर के सामने 'नयाभारत' शब्द की अपनी अनुपम मानव संरचना के द्वारा 'एकता में बल' को दर्शा रहे हैं.

नई दिल्ली: 15 अगस्त, यानि गुरुवार को पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा होगा. हर जगह 73वें स्वतंत्रता दिवस को धूमधाम से मनाया जाएगा. वैसे तो पूरे भारत में कार्यक्रम आयोजित करवाए जाएंगे, लेकिन मुख्य कार्यक्रम राजधानी दिल्ली में मनाया जाएगा. जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लालकिले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्र को संबोधित करेंगे.

गुरुवार को होने वाले कार्यक्रम की बिंदुवार जानकारी:

  • लालकिले के लाहौरी गेट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगवानी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक और रक्षा सचिव संजय मित्रा करेंगे.
  • रक्षा सचिव प्रधानमंत्री का परिचय दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल असित मिस्त्री से करवाएंगे.
  • लेफ्टिनेंट जनरल असित मिस्त्री प्रधानमंत्री को सलामी मंच की ओर ले जाएंगे जहां अंतर सेना और पुलिस गार्ड के जवान उन्हें सलामी देंगे. इसके बाद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करेंगे.
  • प्रधानमंत्री को सलामी देने वाले दस्ते में सेना के तीनों अंगों और दिल्ली पुलिस बल से एक-एक अधिकारी और 24-24 जवान शामिल होंगे.
  • सलामी देने वाला दस्ता प्राचीर के नीचे की खाई के पास राष्ट्रीय ध्वज के सामने मौजूद रहेगा.
  • इस साल, गार्ड ऑफ ऑनर का समन्वय भारतीय वायुसेना को सौंपा गया है.
  • वायुसेना के विंग कमांडर अनुज भारद्वाज इस गार्ड ऑफ ऑनर का नेतृत्व करेंगे.

प्रधानमंत्री की गार्ड ऑफ ऑनर में शामिल थलसेना के दस्ते की कमान मेजर लैशराम टोनी सिंह संभालेंगे.

  • नौसेना दस्ते का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर प्रशांथ प्रभाकर करेंगे जबकि वायुसेना दस्ते की कमान स्कवाड्रन लीडर एसबी गौड़ा के हाथों में होगी.
  • दिल्ली पुलिस बल के दस्ते की कमान एडीशनल डीसीपी बिक्रम एचएम मीणा संभालेंगे.
  • प्रधानमंत्री की गार्ड ऑफ ऑनर में थल सेना का प्रतिनिधित्व गढ़वाल राइफल्स की द्वितीय बटालियन कर रही है.
  • गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री लालकिले की प्राचीर की ओर प्रस्थान करेंगे.
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक, सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, वायुसेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल बिरेन्द्र सिंह धनोआ और नौसेनाध्यक्ष एडमिरल कर्मबीर सिंह पीएम मोदी का अभिवादन करेंगे.
  • जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी), दिल्ली एरिया, ध्वजारोहण के लिए प्रधानमंत्री को लाल किले की प्राचीर की ओर ले जाएंगे.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे, और गार्ड ऑफ ऑनर के जवान राष्ट्रीय सलामी देंगे, तब वायु सेना बैंड के बैंडवादक राष्ट्र गान की धुन बजाएंगे.

  • तीनों सेनाओं के सभी उपस्थित अधिकारी एवं जवान सम्मान में खड़े होकर सलामी देंगे. बैंड के दस्ते की कमान जूनियर वारंट ऑफिसर पंकज बाबू के हाथों में होगी.
  • राष्ट्रीय ध्वज को फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता फ्लाइंग ऑफ़िसर प्रीतम सांगवान करेंगी.
  • प्रधानमंत्री की एडीसी ड्यूटी के लिए दो वायुसेना अधिकारी फ्लाईट लेफ्टिनेंट ज्योति यादव और फ्लाईट लेफ्टिनेंट मानसी गेड़ा सलामी मंच के दोनों ओर तैनात रहेंगी.
  • ध्वजारोहण की गौरवशाली परंपरा के साथ ही सर्वोत्कृष्ट 2233 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) के बहादुर गनर ताल से ताल मिलाते हुए 21 तोपों की सलामी देंगे.
  • इस बैटरी की कमान लेफ्टिनेंट कर्नल सी संदीप संभाल रहे हैं जबकि गन पोजिशन ऑफिसर रेजिमेंट हवलदार मेजर कोलेट राजेश श्रीपति हैं.

प्रधानमंत्री द्वारा ध्वजारोहण के समय राष्ट्रीय सलामी देने वाली राष्ट्रीय ध्वज गार्ड में थल सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस बल से एक-एक अधिकारी और 32-32 जवान शामिल होंगे.

  • वायुसेना के विंग कमांडर कुणाल खन्ना इस अंतर सेना दस्ते और दिल्ली पुलिस गार्ड का नेतृत्व करेंगे.
  • ध्वजारोहण गार्ड के नौसेना दस्ते की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर सतविंदर सिंह के हाथों में होगी.
  • थलसेना दस्ते की कमान मेजर सूर्य प्रकाश संभालेंगे जबकि वायु सेना दस्ते की कमान स्कवाड्रन लीडर रविंद्रा संभालेंगे.
  • दिल्ली पुलिस के दस्ते का नेतृत्व एडिशनल डीसीपी रोहित राजवीर सिंह करेंगे.
  • राष्ट्रीय ध्वजारोहण गार्ड में शामिल भारतीय थलसेना का प्रतिनिधित्व प्रथम गोरखा राइफल्स की पांचवी बटालियन कर रही है.
  • ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोंधित करेंगे. इसके बाद स्कूल के छात्र और एनसीसी कैडेट्स राष्ट्र गान गाएंगे.

17 स्कूलों के बच्चे
इस वर्ष यानि 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शिक्षा निदेशालय, दिल्ली सरकार के अंतर्गत थल सेना, नौसेना और वायुसेना की शाखा के 17 विद्यालयों से 700 एनसीसी कैडेट्स ध्वजारोहण समारोह में हिस्सा ले रहे हैं. ये कैडेट्स समारोह के दौरान स्कूल के छात्रों के साथ देश भक्ति के गीत और राष्ट्रगान गाएंगे.

पढ़ें: 15 अगस्त की पूर्व संध्या : राष्ट्रपति कोविंद के संदेश में आर्टिकल 370 का जिक्र

लालकिले के सामने 'नया भारत'
शिक्षा निदेशालय, दिल्ली सरकार के 41 विद्यालयों की 3,500 छात्राएं राष्ट्रगान गाएंगी और 5,000 छात्र इस कार्यक्रम का अवलोकन करेंगे. इस पावन और गौरवमय अवसर पर स्कूल के ये छात्र एवं छात्राएं लाल किले की प्राचीर के सामने 'नयाभारत' शब्द की अपनी अनुपम मानव संरचना के द्वारा 'एकता में बल' को दर्शा रहे हैं.

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DAY-LD MODI
Modi set to deliver his sixth straight I-Day speech
(Eds: Adding details)
         New Delhi, Aug 14 (PTI) Prime Minister Narendra Modi will deliver on Thursday his sixth straight Independence Day speech and is expected to touch on a host of issues, ranging from his government's landmark decision on Jammu and Kashmir to the state of economy.
         This will also be his first August 15 address after coming back to power with a huge mandate.
         Modi has used the annual event to announce his government's showpiece programmes like 'Swachh Bharat', 'Ayushman Bharat' and India's first manned space mission, and also to present a report card on its performance to highlight how the country has grown on his watch.
         The BJP's remarkable win in the recent general election followed by its success in getting Parliament's nod to its contentious but core agenda of revoking Jammu and Kashmir's special status under Article 370, has already set the tempo of his speech, party leaders believe.
         In his address to the nation last week, he had assured people of the Valley development and peace, as he sought to assuage concerns following his government's decision to scrap the state's special status and splitting it into two Union territories.
         On the Independence Day eve, Jammu and Kashmir Additional Director General Munir Khan said the situation in the state is under control.          "Restrictions imposed in Jammu have been completely removed, while they will continue in some places of Kashmir for sometime," he said.
         This will be Modi's sixth August 15 speech, a number equal to the addresses from the ramparts of the Red Fort by Atal Bihari Vajpayee, the first and only other prime minister from the BJP. Vajpayee had given six straight speeches between 1998-2003.
         With a dispirited opposition unable to pose any serious challenge to the BJP's hegemony and Modi's return to power with a majority even bigger than his landslide win in 2014, many believe he may use the occasion to announce reforms or make concessions for different sections of the society.
         There is also a view that Modi may seek to address concerns over the economic slowdown.
         He has often invoked India's rich cultural and spiritual traditions to rally people's support for some of his pet projects -- from cleanliness to ending female foeticide, but this time it may be the turn of water conservation, an issue he has prioritised in his second term.
         Some BJP leaders noted that an element of surprise has often marked the prime minister's addresses and his speech at the 72nd anniversary of India's Independence may not be different.
         Different themes have stood out in Modi's speeches on the occasion.
         In 2014, he gave a call for 'Swachh Bharat' and appealed for shunning communalism and casteism to focus on development. He made a strong pro-poor and pro-farmer and pro-youth pitch the next year.
         In 2016, he created waves by mentioning Balochistan, a Pakistani region where Baloch nationalists have been fighting the government forces. He gave a call for embracing people of Kashmir in 2017.
         The defence ministry said on Wednesday that 3,500 girl students from 41 government schools in Delhi, 5,000 boy spectators and 700 NCC cadets of 17 schools will display 'strength in unity' by the formation of words "Naya Bharat" at the venue of Modi's speech.
         The guard of honour contingent for the Prime Minister will consist of one officer and 24 men each from the Army, Navy, Air Force and Delhi Police. It will be positioned directly in front of the National Flag across the moat below the ramparts, it added.
         After inspecting the guard of honour, Modi will proceed to the ramparts of the Red Fort where Defence Minister Rajnath Singh, his deputy Shripad Naik, Army Chief General Bipin Rawat, Air Chief Marshal Birender Singh Dhanoa and Navy Chief Admiral Karambir Singh will greet him.
         The General Officer Commanding (GOC) Delhi area will conduct the prime minister to the dais to unfurl the national flag, the ministry said. PTI KR KR
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NNNN
Last Updated : Sep 27, 2019, 1:13 AM IST
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