कोलकाता : भारत में प्रतिदिन कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. अब तक 38 लाख से अधिक लोग कोरोना महामारी की चपेट में आ चुके हैं, इस कारण लोगों में डर का माहौल बना हुआ है. इन सबके बीच, पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार से उत्साहवर्धक खबर आई है. यहां 101 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने घातक कोरोना वायरस को मात दे दिया. चिकित्सकों का कहना है कि बुजुर्ग महिला ने अपनी इच्छाशक्ति से कोरोना से जंग जीती.
बुजुर्ग महिला कोरोना से संक्रमित अन्य रोगियों के लिए प्रेरणा बन गई है. महिला ऐसे समय पर रिकवर हुई है, जब राज्य में कोरोनो वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.
अलीपुरद्वार के जयगांव की रहने वाली बुजुर्ग महिला को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद 17 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद महिला की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई. फिर उसे स्थानीय कोविड हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, दो दिन तक महिला पर इलाज का असर नहीं हुआ, लेकिन तीसरे दिन महिला की स्थिति में सुधार दिखा. मंगलवार को दूसरी बार बुजुर्ग महिला की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई, जिसके बाद उसे कोरोना-मुक्त घोषित कर दिया गया.
रांची में 98 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने दी कोरोना को मात
झारखंड की राजधानी रांची की रहने वाली 98 वर्षीय बुजुर्ग महिला राजकुमारी देवी ने कोरोना को मात दी है. जिसके बाद उसके घर के लोग काफी खुश हैं.
कुछ दिन पहले महिला को रांची के पल्स नामक एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. काफी सीरियस स्थिति में इस बुजुर्ग महिला को अस्पताल में लाया गया था. कुछ दिनों तक चिकित्सकों की निगरानी के बाद यह महिला स्वस्थ हो चुकी है.
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शुरुआती जांच में महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. उसके बाद लगातार चिकित्सकों की देखरेख में इलाज चला फिर वह स्वस्थ हो गई. जानकारी के मुताबिक महिला की रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव आई है. चिकित्सकों की मानें तो स्थिति स्थिर है. महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
परिजनों ने चिकित्सकों को शुक्रिया कहा है. इसके साथ ही इस महिला के हौसले और जज्बे को देखकर यह पता चल रहा है कि कोरोना महामारी जैसे वायरस से भी अगर एक बुजुर्ग लड़ सकती है तो युवा क्यों नहीं.