नई दिल्ली : कर्नाटक में मंगलवार को बसवराज बोम्मई को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक दल का नेता चुन लिया गया. इसके साथ ही उनके मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही बोम्मई का नाम मुख्यमंत्री बनने वाले उन पिता-पुत्र की जोड़ी में शुमार हो जाएगा, जिन्होंने विभिन्न राज्यों की कमान संभाली है.
उत्तरी कर्नाटक से आने वाले लिंगायत नेता बसवराज बोम्मई कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस आर बोम्मई के पुत्र हैं. वह 1988 से 1989 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे थे. 61 वर्षीय बोम्मई पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली सरकार में गृह, कानून, संसदीय एवं विधायी कार्य मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे.
एच डी देवेगौड़ा-एच डी कुमारस्वामी
बोम्मई से पहले कर्नाटक में एक और पिता-पुत्र की जोड़ी है, जिसने मुख्यमंत्री का पदभार संभाला और वह हैं. पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा का परिवार. देवेगौड़ा कर्नाटक के मुख्यमंत्री भी रहे हैं. बाद में उनके पुत्र एच डी कुमारस्वामी भी राज्य के मुख्यमंत्री बने.
एम करूणानिधि-एम के स्टालिन
वर्तमान में एक और दक्षिणी राज्य ऐसा है, जहां के पिता-पुत्र की जोड़ी इस सूची में शामिल है. तमिलनाडु के वर्तमान मुख्यमंत्री एम के स्टालिन हैं और उनके पिता एम करूणानिधि भी राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. करूणानिधि के निधन के बाद स्टालिन ने पार्टी की कमान संभाली और पिछले विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी को शानदार सफलता दिलाई तथा राज्य के मुख्यमंत्री बने.
राजशेखर रेड्डी-वाई एस जगनमोहन रेड्डी
इस सूची में आंध्र प्रदेश के रेड्डी परिवार का भी नाम शुमार है. आंध्र प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी के पुत्र हैं.
ओडिशा का पटनायक परिवार
इस सूची में ओडिशा का पटनायक परिवार भी शामिल है. ओडिशा के वर्तमान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक के पुत्र हैं. वर्ष 1997 में नवीन पटनायक ने उनके पिता का निधन होने के बाद राजनीति में कदम रखा और एक वर्ष बाद ही अपने पिता बीजू पटनायक के नाम पर बीजू जनता दल की स्थापना की. बीजू जनता दल ने उसके बाद विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की और भाजपा के साथ सरकार बनाई जिसमें वे स्वयं मुख्यमंत्री बने.
शिबू सोरेन- हेमंत सोरेन
झारखंड में यह कारनामा पिछले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर हेमंत सोरेन ने कर दिखाया. उनके पिता शिबू सोरेन भी राज्य की कमान संभाल चुके हैं.
पीए संगमा-कोनराड संगमा
पिता-पुत्र के मुख्यमंत्री बनने की सूची में पूर्वोत्तर के राज्य मेघालय का नाम भी शामिल है. वहां के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा का नाम देश के उन चुनिंदा मुख्यमंत्रियों में शामिल है जो अपने पिता पीए संगमा के बाद राज्य के शीर्ष पद पर काबिज होने में कामयाब रहे. कोनराड संगमा ने 2016 में पीए संगमा के निधन के बाद पार्टी का कमान संभाली.
दोरजी खांडू-पेमा खांडू
पड़ोसी राज्य अरूणाचल प्रदेश ने भी यह कारनामा कर दिखाया है. वहां के मुख्यमंत्री पेमा खांडू हैं और उनके पिता दोरजी खांडू भी राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इनके अलावा देश की राजनीति में पिता-पुत्र की और भी जोडि़यां शामिल हैं, जिन्होंने अपने-अपने राज्यों में मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली.
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मुलायम सिंह-अखिलेश यादव
इन सूची में उत्तर प्रदेश के मुलायम सिंह यादव और उनके पुत्र समजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम भी शामिल है.
जम्मू-कश्मीर का अब्दुल्ला परिवार
जम्मू कश्मीर के अब्दुल्ला परिवार का नाम भी इस सूची में शामिल हैं. अब्दुल्ला परिवार की तो तीन पीढ़ियों को मुख्यमंत्री बनने का सौभाग्य मिला. पहले शेख अब्दुल्ला राज्य के मुख्यमंत्री बने. उनके बाद उनके पुत्र फारूक अब्दुल्ला और फिर उनके पुत्र उमर अब्दुल्ला ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली.
शंकर राव चव्हाण-अशोक चव्हाण
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण का नाम भी इस सूची में शुमार है. उनके पिता शंकर राव चव्हाण भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
हरियाणा का चौटाला परिवार
हरियाणा का चौटाला परिवार भी इस मामले में पीछे नहीं है. देवी लाल के बाद उनके पुत्र ओम प्रकाश चौटाला भी राज्य के मुख्यमंत्री बने.