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Umesh Pal Murder Case : माफिया अतीक के भाई को जेल में मदद करने वाला आरक्षी व एक अन्य गिरफ्तार

बरेली जेल में बंद अतीक अहमद के भाई अशरफ को उससे मिलने आ रहे लोगों की मुलाकात कराने में जेल आरक्षी मदद करता था. एक ही पर्ची पर कई लोगों की मुलाकात करा देता था. जबकि दूसरा व्यक्ति अशरफ को खाने-पीने की चीजें पहुंचाता था.

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Published : Mar 7, 2023, 10:59 PM IST

Updated : Mar 8, 2023, 6:31 AM IST

अतीक के भाई के मददगारों पर हुई कार्रवाई के बारे में जानकारी देते वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरेली अखिलेश चौरसिया

बरेली: प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड के मास्टरमाइंड माने जा रहे माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ को बरेली जेल में मदद करने के मामले में जेल आरक्षी सहित दो लोगों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. आरोप है कि जेल आरक्षी एक पर्ची पर अवैध तरीके से कई लोगों की मुलाकात कराता था. इतना ही नहीं एक अन्य सामान ले जाने वाला व्यक्ति अतीक अहमद के भाई के खाने-पीने के आइटम को जेल में पहुंचाता था.

फिलहाल पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करके अतीक अहमद के भाई अशरफ और जेल के अधिकारियों व कई लोगों के खिलाफ कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. इतना ही नहीं अशरफ के साले के खिलाफ एक अन्या मुकदमा बारादरी थाने में दर्ज किया गया है, जिसमें फर्जी पत्रों के आधार पर किराए का एग्रीमेंट बनवाने और धमकी देने का आरोप लगा है.

माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ बरेली की जिला जेल में करीब ढाई साल से बंद है. बरेली की जिला जेल उस वक्त सुर्खियों में आई जब प्रयागराज में एक अधिवक्ता और उसके दो सुरक्षाकर्मियों को अतीक के गुंडों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ के बारे में भी और उससे मिलने वालों की जानकारी जुटाई जाने लगी. जिसके बाद बरेली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अशरफ को जेल में सामान पहुंचाने और एक पर्ची पर कई लोगों की मुलाकात कराने के आरोप में जेल के बंदी रक्षक शिव हरी अवस्थी और दया राम उर्फ नन्हे को मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश चौरसिया ने बताया कि पुलिस को जांच में जिला जेल का आरक्षी शिव हरी अवस्थी चंद पैसों के लालच में काफी टाइम से जिला जेल में बंद अशरफ की अवैध तरीके से मुलाकात कराता आ रहा था. एक पर्ची पर कई-कई लोगों की मुलाकात कराई जाती थी. वह भी मुलाकात वाली जगह न होकर जेल के अन्य जगहों पर होती थी. अवैध तरीके से मुलाकात का सिलसिला काफी लंबे समय से चल रहा था पर उमेश पाल हत्याकांड के बाद इसका बरेली पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया.

इतना ही नहीं बरेली के बिथरी चैनपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक अश्वनी सिंह और एसओजी की टीम ने जेल के आरक्षी शिव हरी अवस्थी के साथ जेल में सब्जी और अन्य सामानों को पहुंचाने वाले दया दयाराम उस नन्हे को गिरफ्तार कर लिया. दयाराम भी जेल में सामान पहुंचाता था और उसी सामान की आड़ में माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ के खाने पीने के सामान को पहुंचाया जाता था. जिसके बाद पुलिस और एसओजी की टीम ने मंगलवार को जिला जेल के आरक्षी शिवहरि अवस्थी और सामान पहुंचाने वाले दया राम उस नन्हे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

इतना ही नहीं बरेली पुलिस ने बिथरी चैनपुर थाने में कई लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है जिसमें बरेली की जिला जेल में बंद अशरफ, उसका साला सद्दाम और उसकी मदद करने वाला लल्ला गद्दी, खाने पीने की सामान पहुंचाने वाला दयाराम उर्फ नन्हे ,जिला जेल का आरक्षी शिव हरी अवस्थी, जेल के अधिकारी एवं कर्मचारी नाम अज्ञात अशरफ के अन्य साथी अज्ञात में दर्ज किया गया है. बरेली पुलिस ने अशरफ के साले सद्दाम के खिलाफ बारादरी थाने में कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश चौरसिया ने बताया कि अशरफ जब बरेली की जिला जेल में आया तब उसके साले ने बारादरी थाना क्षेत्र में एक मकान किराए पर लिया. मकान किराए पर लेते वक्त किए गए एग्रीमेंट में सद्दाम ने मुस्ताक के नाम से किराए पर लिया और खुद और उसके साथ ही उस मकान में रहने लगे. पर जब उसको पता चला कि मकान किराए पर लेने वाला मुस्ताक नहीं बल्कि माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ का साला सद्दाम है और उसने फर्जी तरह से मुस्ताक के नाम से एग्रीमेंट करा रखा है तो उसने मकान खाली करने के लिए कहा. आरोप है कि सद्दाम के द्वारा उसको डराया धमकाया गया. जिसके बाद मकान मालिक तस्लीम के भाई हसीन की तहरीर पर बारादरी थाने में सद्दाम के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज किया गया है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश चौरसिया ने बताया कि इस मामले में एक एसआईटी का गठन किया गया है जो पुलिस अधीक्षक नगर राहुल भाटी के नेतृत्व में पूरे मामले की जांच करेगी और जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ेंः उमेश पाल हत्याकांड में क्या पुलिस अतीक अहमद को रिमांड पर लेगी? माफिया के परिजनों को किस बात का है डर

अतीक के भाई के मददगारों पर हुई कार्रवाई के बारे में जानकारी देते वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरेली अखिलेश चौरसिया

बरेली: प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड के मास्टरमाइंड माने जा रहे माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ को बरेली जेल में मदद करने के मामले में जेल आरक्षी सहित दो लोगों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. आरोप है कि जेल आरक्षी एक पर्ची पर अवैध तरीके से कई लोगों की मुलाकात कराता था. इतना ही नहीं एक अन्य सामान ले जाने वाला व्यक्ति अतीक अहमद के भाई के खाने-पीने के आइटम को जेल में पहुंचाता था.

फिलहाल पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करके अतीक अहमद के भाई अशरफ और जेल के अधिकारियों व कई लोगों के खिलाफ कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. इतना ही नहीं अशरफ के साले के खिलाफ एक अन्या मुकदमा बारादरी थाने में दर्ज किया गया है, जिसमें फर्जी पत्रों के आधार पर किराए का एग्रीमेंट बनवाने और धमकी देने का आरोप लगा है.

माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ बरेली की जिला जेल में करीब ढाई साल से बंद है. बरेली की जिला जेल उस वक्त सुर्खियों में आई जब प्रयागराज में एक अधिवक्ता और उसके दो सुरक्षाकर्मियों को अतीक के गुंडों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ के बारे में भी और उससे मिलने वालों की जानकारी जुटाई जाने लगी. जिसके बाद बरेली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अशरफ को जेल में सामान पहुंचाने और एक पर्ची पर कई लोगों की मुलाकात कराने के आरोप में जेल के बंदी रक्षक शिव हरी अवस्थी और दया राम उर्फ नन्हे को मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश चौरसिया ने बताया कि पुलिस को जांच में जिला जेल का आरक्षी शिव हरी अवस्थी चंद पैसों के लालच में काफी टाइम से जिला जेल में बंद अशरफ की अवैध तरीके से मुलाकात कराता आ रहा था. एक पर्ची पर कई-कई लोगों की मुलाकात कराई जाती थी. वह भी मुलाकात वाली जगह न होकर जेल के अन्य जगहों पर होती थी. अवैध तरीके से मुलाकात का सिलसिला काफी लंबे समय से चल रहा था पर उमेश पाल हत्याकांड के बाद इसका बरेली पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया.

इतना ही नहीं बरेली के बिथरी चैनपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक अश्वनी सिंह और एसओजी की टीम ने जेल के आरक्षी शिव हरी अवस्थी के साथ जेल में सब्जी और अन्य सामानों को पहुंचाने वाले दया दयाराम उस नन्हे को गिरफ्तार कर लिया. दयाराम भी जेल में सामान पहुंचाता था और उसी सामान की आड़ में माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ के खाने पीने के सामान को पहुंचाया जाता था. जिसके बाद पुलिस और एसओजी की टीम ने मंगलवार को जिला जेल के आरक्षी शिवहरि अवस्थी और सामान पहुंचाने वाले दया राम उस नन्हे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

इतना ही नहीं बरेली पुलिस ने बिथरी चैनपुर थाने में कई लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है जिसमें बरेली की जिला जेल में बंद अशरफ, उसका साला सद्दाम और उसकी मदद करने वाला लल्ला गद्दी, खाने पीने की सामान पहुंचाने वाला दयाराम उर्फ नन्हे ,जिला जेल का आरक्षी शिव हरी अवस्थी, जेल के अधिकारी एवं कर्मचारी नाम अज्ञात अशरफ के अन्य साथी अज्ञात में दर्ज किया गया है. बरेली पुलिस ने अशरफ के साले सद्दाम के खिलाफ बारादरी थाने में कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश चौरसिया ने बताया कि अशरफ जब बरेली की जिला जेल में आया तब उसके साले ने बारादरी थाना क्षेत्र में एक मकान किराए पर लिया. मकान किराए पर लेते वक्त किए गए एग्रीमेंट में सद्दाम ने मुस्ताक के नाम से किराए पर लिया और खुद और उसके साथ ही उस मकान में रहने लगे. पर जब उसको पता चला कि मकान किराए पर लेने वाला मुस्ताक नहीं बल्कि माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ का साला सद्दाम है और उसने फर्जी तरह से मुस्ताक के नाम से एग्रीमेंट करा रखा है तो उसने मकान खाली करने के लिए कहा. आरोप है कि सद्दाम के द्वारा उसको डराया धमकाया गया. जिसके बाद मकान मालिक तस्लीम के भाई हसीन की तहरीर पर बारादरी थाने में सद्दाम के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज किया गया है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश चौरसिया ने बताया कि इस मामले में एक एसआईटी का गठन किया गया है जो पुलिस अधीक्षक नगर राहुल भाटी के नेतृत्व में पूरे मामले की जांच करेगी और जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ेंः उमेश पाल हत्याकांड में क्या पुलिस अतीक अहमद को रिमांड पर लेगी? माफिया के परिजनों को किस बात का है डर

Last Updated : Mar 8, 2023, 6:31 AM IST
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