ETV Bharat / bharat

बाराबंकी में दिव्यांग छात्रा के हाथ पर डाली खौलती हुई सब्जी, हेडमास्टर सस्पेंड - बाराबंकी में दिव्यांग छात्रा

उत्तरप्रदेश के बाराबंकी के परिषदीय विद्यालय के हेडमास्टर ने अनुसूचित जाति की एक दिव्यांग छात्रा के हाथ पर गर्म खौलती हुई सब्जी डाल दी. बच्ची का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने मीड डे मिल लेने के दौरान उसने सब्जी के भगोने को गलती से छू लिया था.

etv bharat
बाराबंकी में दिव्यांग छात्रा के हाथ पर डाली खौलती हुई सब्जी
author img

By

Published : Sep 13, 2022, 7:34 AM IST

Updated : Sep 13, 2022, 1:32 PM IST

बाराबंकी: उत्तरप्रदेश के बाराबंकी में एक हेडमास्टर ने एक दिव्यांग बच्ची के हाथ पर गर्म उबलती हुई सब्जी डाल दी. बच्ची की गलती सिर्फ इतनी थी कि वह मीड डे मिल लेने के दौरान सब्जी से भरे भगोने को छू लिया था. बच्ची का एक हाथ नहीं है और वह दलित परिवार की सदस्य है. हेडमास्टर की इस क्रूरता का खुलासा पिछले शनिवार को उस समय हुआ, जब बच्ची के पिता ने समाधान दिवस पर इसकी शिकायत शिक्षा विभाग के अफसरों से की. बाराबंकी के बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) संतोषकुमार देव पांडे ने बताया कि जांच के बाद हेडमास्टर पर लगे आरोप सही साबित हुए. शिक्षा विभाग ने सोमवार को हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया गया है. बच्ची की मां की कंप्लेंट के आधार पर हेडमास्टर के खिलाफ एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है.

दलित दिव्यांग बच्ची के साथ क्रूरता की घटना टिकैतनगर थाना क्षेत्र के इचौली प्राथमिक विद्यालय में हुई. पीड़ित बच्ची सात साल की है. समाधान दिवस में बच्ची के पिता ने शिक्षा विभाग के अफसरों को इसकी शिकायत दी. शिकायत के अनुसार, अनुसूचित जाति की दिव्यांग बच्ची क्लास 2 की स्टूडेंट है. पिछले 29 अगस्त को भी बच्ची स्कूल पढ़ने गई थी. लंच के समय जब उसकी बेटी खाना लेने गई तो गलती से उसने सब्जी का भगोना छू लिया. इस बात को लेकर स्कूल के हेडमास्टर मोहम्मद आमीन आग बबूला हो गए और उसने बच्ची के हाथ में खौलती हुई सब्जी डाल दी.

इस वजह से बच्ची का हाथ झुलस गया. बच्ची की मां ने बताया कि बच्ची के रोने पर आरोपी प्रधानाध्यापक ने जाति सूचक गालियां देते हुए मारपीट की और स्कूल से भगा दिया. रोती बिलखती बच्ची ने घर पहुंचकर अपने माता-पिता को यह घटना बताई. आरोपी है कि जब पीड़ित बच्ची के पिता ने स्कूल जाकर इसकी शिकायत की तो हेडमास्टर ने छात्रा के पिता को भी जाति सूचक गालियां दीं.

समाधान दिवस में अधिकारियों ने जब पूरी कहानी सुनी तो वे भी हैरत में पड़ गए. बाराबंकी के बीएसए संतोषकुमार देव पांडे ने पूरे प्रकरण की जांच खंड शिक्षा अधिकारी से कराई. खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर आरोपी हेडमास्टर मोहम्मद आमीन दोषी पाए गए. इसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) ने मिड डे मील बांटने में लापरवाही, और अनुशासनहीनता के लिए उत्तरदायी हेडमास्टर को निलंबित कर दिया. साथ ही इस मामले की गंभीरता को देखते हुए छात्रा की मां की तहरीर पर टिकैतनगर थाने में एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया.
ये भी पढ़ें- शंकराचार्य को लेकर विवाद होते रहे हैं, जानें कैसे चुने जाते हैं शंकराचार्य के उत्तराधिकारी

बाराबंकी: उत्तरप्रदेश के बाराबंकी में एक हेडमास्टर ने एक दिव्यांग बच्ची के हाथ पर गर्म उबलती हुई सब्जी डाल दी. बच्ची की गलती सिर्फ इतनी थी कि वह मीड डे मिल लेने के दौरान सब्जी से भरे भगोने को छू लिया था. बच्ची का एक हाथ नहीं है और वह दलित परिवार की सदस्य है. हेडमास्टर की इस क्रूरता का खुलासा पिछले शनिवार को उस समय हुआ, जब बच्ची के पिता ने समाधान दिवस पर इसकी शिकायत शिक्षा विभाग के अफसरों से की. बाराबंकी के बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) संतोषकुमार देव पांडे ने बताया कि जांच के बाद हेडमास्टर पर लगे आरोप सही साबित हुए. शिक्षा विभाग ने सोमवार को हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया गया है. बच्ची की मां की कंप्लेंट के आधार पर हेडमास्टर के खिलाफ एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है.

दलित दिव्यांग बच्ची के साथ क्रूरता की घटना टिकैतनगर थाना क्षेत्र के इचौली प्राथमिक विद्यालय में हुई. पीड़ित बच्ची सात साल की है. समाधान दिवस में बच्ची के पिता ने शिक्षा विभाग के अफसरों को इसकी शिकायत दी. शिकायत के अनुसार, अनुसूचित जाति की दिव्यांग बच्ची क्लास 2 की स्टूडेंट है. पिछले 29 अगस्त को भी बच्ची स्कूल पढ़ने गई थी. लंच के समय जब उसकी बेटी खाना लेने गई तो गलती से उसने सब्जी का भगोना छू लिया. इस बात को लेकर स्कूल के हेडमास्टर मोहम्मद आमीन आग बबूला हो गए और उसने बच्ची के हाथ में खौलती हुई सब्जी डाल दी.

इस वजह से बच्ची का हाथ झुलस गया. बच्ची की मां ने बताया कि बच्ची के रोने पर आरोपी प्रधानाध्यापक ने जाति सूचक गालियां देते हुए मारपीट की और स्कूल से भगा दिया. रोती बिलखती बच्ची ने घर पहुंचकर अपने माता-पिता को यह घटना बताई. आरोपी है कि जब पीड़ित बच्ची के पिता ने स्कूल जाकर इसकी शिकायत की तो हेडमास्टर ने छात्रा के पिता को भी जाति सूचक गालियां दीं.

समाधान दिवस में अधिकारियों ने जब पूरी कहानी सुनी तो वे भी हैरत में पड़ गए. बाराबंकी के बीएसए संतोषकुमार देव पांडे ने पूरे प्रकरण की जांच खंड शिक्षा अधिकारी से कराई. खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर आरोपी हेडमास्टर मोहम्मद आमीन दोषी पाए गए. इसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) ने मिड डे मील बांटने में लापरवाही, और अनुशासनहीनता के लिए उत्तरदायी हेडमास्टर को निलंबित कर दिया. साथ ही इस मामले की गंभीरता को देखते हुए छात्रा की मां की तहरीर पर टिकैतनगर थाने में एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया.
ये भी पढ़ें- शंकराचार्य को लेकर विवाद होते रहे हैं, जानें कैसे चुने जाते हैं शंकराचार्य के उत्तराधिकारी

Last Updated : Sep 13, 2022, 1:32 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.