पुरी (ओडिशा) : श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने रविवार को यहां पुलिस में एक बांग्लादेशी नागरिक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसने मंदिर के गर्भ गृह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर कथित तौर पर डाला था (Bdesh youth posts video of Jagannath temple).
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद शनिवार को यह मामला सामने आया. आरोपी की पहचान आकाश चौधरी के रूप में हुई है, जिसने खुद के 'इस्कॉन' से जुड़े होने और 'यूट्यूबर' होने का दावा किया है.
एसजेटीए प्रशासक (सुरक्षा) वी.एस. चंद्रशेखर राव ने संवाददाताओं से कहा, 'हमने सिंघद्वार थाने में बांग्लादेशी नागरिक के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज कराई है.' चूंकि 12वीं शताब्दी के मंदिर परिसर के अंदर मोबाइल फोन और कैमरे का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित है, इसलिए यह सवाल उठता है कि बांग्लादेशी नागरिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को मंदिर के अंदर कैसे ले गया और सुरक्षा में तैनात कर्मी इसे क्यों नहीं पकड़ पाए.
मंदिर के एक सेवादार ने कहा कि ऐसा जान पड़ता है कि वीडियो को मंदिर के जय-विजय द्वार से रिकॉर्ड किया गया क्योंकि इस वीडियो में गर्भगृह में स्थित रत्न सिंहासन पर विराजमान देवताओं की मूर्तियां नजर आ रही हैं.
राव ने कहा कि बांग्लादेशी युवक ने आईटी अधिनियम और श्री जगन्नाथ मंदिर अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन किया है.
मंदिर में दर्शन करने के बाद की ऐसी हरकत, देखें वीडियो
(पीटीआई-भाषा)