लखनऊ : अजीत हत्याकांड में मोस्ट वांटेड पूर्वांचल के बाहुबली धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) भारतीय जनता पार्टी (BJP) गठबंधन के टिकट से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP assembly election 2022) में जनता दल यूनाइटेड (JD-U) के टिकट पर धनंजय सिंह के चुनान लड़ने की चर्चा तेज हो गई है. जनता दल (यूनाइटेड) के पार्टी सूत्रों की मानें तो पार्टी हाईकमान के स्तर पर लगभग मुहर लग चुकी है. अगर कोई वैधानिक बाधा नहीं रही तो धनंजय सिंह का जेडीयू से चुनाव लड़ना तय है.
गौरतलब है कि पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह का भारतीय जनता दल यूनाइटेड से पुराना नाता है. पहली बार धनंजय सिंह 2002 में सक्रिय राजनीति में उतरे और जौनपुर की रारी विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की थी. 2007 में जनता दल यूनाइटेड के संपर्क में आए पार्टी के टिकट पर जौनपुर के मल्हनी सीट से विधायक चुने गए. समाजवादी पार्टी के लाल बहादुर यादव को हरा कर यह जीत हासिल की. बाहुबली धनंजय सिंह को 2009 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर जौनपुर सदर से लोकसभा के उम्मीदवार बनाया गया. इस दौरान भी धनंजय सिंह ने भारी मतों से जीत हासिल की. वर्ष 2012 के चुनाव में धनंजय सिंह ने अपनी पत्नी जागृति सिंह को मल्हनी विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ाया लेकिन, वो हार गईं.
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2017 विधानसभा चुनाव में धनंजय सिंह खुद चुनावी मैदान में उतरे. यहां उनकी किस्मत ने साथ नहीं दिया. कहा जाता है कि समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव खुद धनंजय सिंह के प्रतिद्वंदी के समर्थन में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. जिसका नतीजा था कि धनंजय सिंह जीती हुई बाजी हार गए.
धनंजय सिंह राजधानी लखनऊ में बीते दिनों हुए अजीत हत्याकांड में वॉन्टेड हैं. मार्च 2021 में उन पर लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था. हालांकि, पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है. बीते दिनों उनके कई सार्वजनिक समारोह और शादी जैसे कार्यक्रमों में शिरकत करने के फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए हैं.