प्रयागराज: बाहुबली नेता और पूर्व सांसद अतीक अहमद की बहन सोमवार को मीडिया के सामने रो पड़ीं और सरकार से अपने भाइयों की सुरक्षा की गुहार लगाई है. उनके साथ अतीक के छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की पत्नी भी थीं. अतीक की बहन ने प्रयागराज में प्रेस कांफ्रेंस करके अतीक अहमद उसके भाई खालिद का एनकाउंटर किए जाने की आशंका जताई है.
अशरफ की बहन आयशा नूरी और पत्नी जैनब फातिमा ने रोते हुए सरकार से अतीक अहमद और अशरफ की जान की रक्षा करने की अपील की है. इसके साथ ही अतीक अहमद की बहन ने प्रयागराज के कैबिनेट मंत्री पर पांच करोड़ रुपये वापस न करने और शाइस्ता परवीन के चुनाव लड़ने से रोकने के लिए इस साजिश में फंसवाने का भी आरोप लगाया है.
इसके साथ ही अतीक अहमद की बहन ने आरोप लगाया है कि आईजी एसटीएफ अमिताभ यश और पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा, अतीक अहमद और अशरफ का एनकाउंटर करवा सकते हैं. इसी वजह से आयशा नूरी और जैनब फातिमा ने अतीक और अशरफ की कोर्ट में पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए करवाने की मांग की है.
मुठभेड़ में मारने का सता रहा डरः परिवार वालों को अब अतीक अहमद और उसके छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ व बेटे असद का एनकाउंटर किए जाने का डर सताने लगा है. अतीक की बहन आयशा नूरी और अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि जेल में बंद अशरफ और अतीक अहमद को पेशी पर लाने के नाम पर बाहर निकाला जाएगा और रास्ते में मुठभेड़ दिखाकर उनकी हत्या कर दी जाएगी.
प्रेस कांफ्रेंस में दो पुलिस अफसरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि जेल में बंद अतीक व अशरफ को मारने की साजिश एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश और प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने रच डाली है. सीएम योगी के विधानसभा में दिए गए बयान के बाद से अफसरों का हौसला बढ़ गया है और वो अतीक व अशरफ को जेल से पेशी के नाम पर लाकर मुठभेड़ में मारने की योजना बना रहे हैं.
अतीक की बहन के निशाने पर अखिलेश यादवः अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी निशाने पर लिया. आयशा नूरी ने कहा कि विधानसभा में अखिलेश यादव ने साजिश के तहत उमेश पाल हत्याकांड को उठाया. इतना ही नहीं इस मुद्दे को लेकर अखिलेश यादव ने सदन में भाषण देकर सीएम योगी आदित्यनाथ को खूब उकसाया. जिसके बाद ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के पटल पर अतीक अहमद को मिट्टी में मिलाने का बयान दिया था. जिसके बाद से एसटीएफ के आईजी और पुलिस कमिश्नर ने अतीक अशरफ को मुठभेड़ में मारने की प्लानिंग की है. इसी वजह से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये अतीक अशरफ के केस की सुनवाई करवाई जाए.
शाइस्ता परवीन को मेयर का चुनाव लड़ने से रोकने की है साजिशः अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को बसपा ने महापौर पद का उम्मीदवार घोषित किया है. शाइस्ता को महापौर चुनाव लड़ने से रोकने के लिए अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, भाई अशरफ और बेटों को उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया गया है. अतीक अहमद की बहन का आरोप है कि प्रयागराज के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी और उनकी पत्नी निवर्तमान महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने अतीक अहमद से पांच करोड़ रुपये उधार लिए थे. जिसे अतीक अहमद ने वापस मांगा था.
मंत्री नंदी ने किया ट्वीटः शाइस्ता परवीन के इस आरोप पर कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने ट्वीट करके अपनी सफाई दी है. उन्होंने ट्वीट करके लिखा है सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में कानून का शासन है. योगी सरकार अपराधियों और माफिया के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है. उमेश पाल हत्याकांड में भी कार्रवाई पूरी सख्ती के साथ इसी दिशा में अग्रसर है. इसीलिए ये बेसिर-पैर की बातें मूल मुद्दे से ध्यान भटकाने और गुमराह करने का असफल प्रयास मात्र है. ये तथ्यहीन, अनर्गल और बेतुकी बातें हैं. मेयर चुनाव से इसको जोड़ना न केवल फिजूल है बल्कि हास्यास्पद भी है.
24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्याः प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र में 24 फरवरी को दिनदहाड़े उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. जिसमें उमेश पाल के साथ ही दो पुलिस वालों की भी मौत हुई थी. सनसनीखेज वारदात में अतीक अहमद के परिवार के साथ ही दो नामजद व 9 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया था. इस केस में पुलिस ने अभी तक अरबाज और उस्मान उर्फ विजय चौधरी को मुठभेड़ में मार गिराया है. जबकि मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के जिस कमरे में साजिश रची गयी थी उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.