रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कथित तौर पर हिंसा प्रभावित मणिपुर के कानून व्यवस्था की तुलना पर कड़ा ऐतराज जताया है. सीएम बघेल ने पीएम मोदी पर छत्तीसगढ़ को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पिछले 3 माह से मणिपुर जल रहा प्रधानमंत्री ने एक बार भी उसके बारे में वक्तव्य नहीं दिया.
छ्त्तसीगढ़ दौरे पर पीएम ने एक शब्द नहीं कहा-बघेल: सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ दौरे पर आए थे. चुनावी दौरे पर साढ़े 4 साल में पहली बार आए, लेकिन भाषण में कहीं भी एक बार भी कानून व्यवस्था को लेकर बात नहीं की. गृहमंत्री अमित शाह भी कई बार आ चुके हैं. कानून व्यवस्था के बारे में कोई बात नहीं कही. अचानक आज क्योंकि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव हैं, दोनों की मणिपुर के साथ तुलना की है. जबकि छत्तीसगढ़ में ऐसे कोई हालात नहीं हैं.
प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार और विदेश दौरों में व्यस्त हैं. उनके पास मणिपुर जाने का समय नहीं है. प्रधानमंत्री आधारहीन आरोप कैसे लगा सकते हैं. छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कानून व्यवस्था की स्थिति को मणिपुर से कैसे जोड़ सकते हैं? प्रधानमंत्री सिर्फ मणिपुर मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं. छत्तीसगढ़ एक शांतिपूर्ण राज्य है. मणिपुर में जो हो रहा है वह अलग बात है. इसकी तुलना छत्तीसगढ़ से नहीं की जा सकती. छत्तीसगढ़ को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है. - भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़
यूपी के अदालत में हो रही हत्या: सीएम बघेल ने कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा शासित यूपी को भी लपेट लिया. सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कैसे अदालत में हत्या हो रही हैं, अस्पताल में हत्या हो रही है. मध्य प्रदेश में आदिवासियों के साथ अनुसूचित जातियों के साथ दुर्व्यवहार हो रहे हैं. उसके उसके बारे में कुछ नहीं कह रहे. प्रधानमंत्री ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ को मणिपुर के साथ जोड़ा. दोनों प्रदेश की कोई तुलना नहीं है. वहां के जो हालात हैं, उससे पूरा देश चिंतित है.
पीएम मोदी का बयान समझ से परे-ताम्रध्वज साहू: मणिपुर में महिला को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने की घटना को लेकर प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि वहां की कांग्रेस नेताओं ने सांसदों को सूचित किया कि सदन में इसे उठाएं. इसके बाद जब सोशल मीडिया में यह मामला वायरल हुआ तो सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार सहित मणिपुर सरकार को कहा कि इस पर आप क्या कार्रवाई कर रहे हैं. किसी भी जातीय संघर्ष या किसी भी चीज में महिलाओं का उपयोग हम उचित नहीं समझते. आप इस पर एक्शन लें, वरना हम एक्शन लेंगे.
इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री ने पहली बार पत्रकारों से बातचीत करते हुए राजस्थान और छत्तीसगढ़ के नाम का उल्लेख किया है. हमारे छत्तीसगढ़ में इस प्रकार की कोई घटना नहीं घटी है. बावजूद इसके उन्होंने छत्तीसगढ़ का नाम क्यों लिया है यह समझ से परे है. -ताम्रध्वज साहू, गृहमंत्री, छत्तीसगढ़
युवक कांग्रेस ने फूंका पीएम मोदी का पुतला: मणिपुर की घटना से जोड़कर छत्तीसगढ़ को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर कांग्रेस ने घोर आपत्ति जताई है. इस मामले को लेकर दिनभर पक्ष विपक्ष का आरोप प्रत्यारोप जारी रहा. इस बीच युवक कांग्रेस ने देर शाम जोरदार प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री का पुतला दहन कर उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हल्की झूमा झपटी भी हुई.
मणिपुर मामले को लेकर एक बार फिर छत्तसीगढ़ ही नहीं देश की सियासत गरमा गई है. हिंसा को रोकने के लिए जहां हर दिल से प्रार्थना हो रही है, वहीं सियासतदानों से मामला सुलझा लेने की उम्मीद लगाए बैठे हैं. अब देखना ये हैं कि मणिपुर मामले को लेकर केंद्र सरकार का रूख क्या रहता है और इस मुद्दे में घसीटे जाने पर छ्त्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल कब तक मची रहती है.