कोलकाता : पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो भाजपा से अलग हो चुके हैं. अब वे लोकसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा देंगे. बाबुल ने मुलाकात के लिए समय देने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को धन्यवाद दिया है. उन्होंने ट्वीट किया, 'एक सांसद के रूप में औपचारिक रूप से इस्तीफा देने के उद्देश्य से मुझे कल पूर्वाह्न 11 बजे का अपना समय देने के लिए माननीय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का आभार. मैं अब भाजपा का हिस्सा नहीं हूं....'
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में आसनसोल से दो बार के सांसद सुप्रियो ने राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के दो दिन बाद 20 सितंबर को ओम बिरला को पत्र लिखकर संसद सदस्य के रूप में औपचारिक रूप से इस्तीफा देने के लिए समय दिए जाने का अनुरोध किया था.
इससे पहले रविवार को तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने संकेत दिया था कि बाबुल सुप्रियो ने स्पीकर ओम बिरला को सांसद के रूप में इस्तीफे की औपचारिकता पूरी करने के लिए पत्र लिखा था. रविवार को भी टीएमसी सूत्रों ने बताया था कि सुप्रियो मंगलवार सुबह दिल्ली के लिए रवाना होंगे और अपने इस्तीफे की औपचारिकताएं पूरी करेंगे. इससे पहले तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के ठीक बाद सुप्रियो ने स्पष्ट कर दिया था कि वह सांसद पद पर नहीं रहेंगे क्योंकि यह अनैतिक होगा. वे भाजपा के टिकट पर आसनसोल के सांसद चुने गए थे और वह अब भाजपा में नहीं हैं.
18 सितंबर को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए सुप्रियो ने पहले घोषणा की थी कि अध्यक्ष से मिलने के बाद वह इस्तीफा दे देंगे. हालांकि कुछ उदाहरण ऐसे भी हैं कि सांसद और विधायक पार्टी छोड़ने के बाद भी अपना पद नहीं छोड़ते हैं. हालांकि करीब एक महीने बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री के मंगलवार को इस्तीफा देने की संभावना है.
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बाबुल दो बार आसनसोल संसदीय क्षेत्र से 2014 में और 2019 में जीते. वे नरेंद्र मोदी मंत्रालय में केंद्रीय राज्यमंत्री भी बने लेकिन चीजें दूसरी तरफ जाने लगीं और उन्हें कैबिनेट फेरबदल में हटा दिया गया. उसके बाद उन्होंने रातों-रात राजनीति छोड़ने का ऐलान कर दिया और कुछ ही दिनों पहले वे टीएमसी में शामिल हो गए.
(एजेंसी इनपुट)