अयोध्या: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में भगवान राम का ऐसा भव्य मंदिर बन रहा है, जिसे देखने के लिए पूरे विश्व भर से लोग आने वाले हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा करवाए जा रहे इस भव्य मंदिर के निर्माण की खासियत यह है कि यह 1000 वर्षों तक अडिग रहने वाला है.
इस मंदिर की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस मंदिर को इस प्रकार से बनाया गया है जैसे दक्षिण भारत के सैकड़ों वर्ष पुराने मंदिर बने हुए हैं. भगवान राम के भव्य मंदिर को बनाने में लगभग 800 करोड़ से ज्यादा की धनराशि खर्च होने वाली है और इस पूरे प्रयास में देश भर के राम भक्तों का एक बड़ा योगदान है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, संसार का सबसे बड़ा 44 दिवसीय निधि समर्पण अभियान चलाने का रिकॉर्ड विश्व हिंदू परिषद के नाम है. इसमें 537019 गांवों तक कार्यकर्ताओं की टोलियां गईं और 12 करोड़ 73 लाख 4 हजार 135 परिवारों से संपर्क किया.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से चलाए गए इस अभियान से जुड़े एक पदाधिकारी के अनुसार, मकर संक्रांति से माघ पूर्णिमा (15 जनवरी से 27 फरवरी 2021) तक यह अभियान चला. विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महामंत्री कोटेश्वर जी के अनुसार, अभियान में यह ध्यान रखा गया कि हिंदू समाज का कोई भी वर्ग अछूता न रहे. हर जाति और प्रत्येक समुदाय का मंदिर निर्माण में सहयोग सुनिश्चित किया गया. निधि समर्पण अभियान में 22 लाख से भी अधिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. उन्होंने कहा कि श्री राम जी का मंदिर किसी संगठन या किसी व्यक्ति विशेष के सहयोग से न बनकर समस्त हिंदू समाज की भागीदारी से बन रहा है. लगभग पौने तेरह करोड़ परिवारों का इस महान कार्य में सहयोग मिला. मंदिर का भूतल तैयार है. 22 जनवरी को रामलला गर्भगृह में बिराजेंगे. तीन मूर्तियों में से शीघ्र ही सर्वश्रेष्ठ की आधिकारिक घोषणा की जाएगी.
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