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भारत के गगनयान मिशन में सहयोग करेगा ऑस्ट्रेलिया - ऑस्ट्रेलिया भारत के गगनयान मिशन

ऑस्ट्रेलिया भारत के गगनयान मिशन (Gaganyaan mission) में कोकोस कीलिंग द्वीप से निगरानी करने में सहयोग करेगा. ऑस्ट्रेलिया की अंतरिक्ष एजेंसी के उप प्रमुख एंथनी मर्फेट ने सोमवार को यह बात कही.

गगनयान
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Published : Sep 14, 2021, 4:18 AM IST

नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया की अंतरिक्ष एजेंसी के उप प्रमुख एंथनी मर्फेट ने सोमवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया भारत के गगनयान मिशन (Gaganyaan mission) में कोकोस कीलिंग द्वीप से निगरानी करने में सहयोग करेगा.

भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष सम्मेलन में मर्फेट ने कहा कि दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष सहयोग बढ़ रहा है और भारत तथा ऑस्ट्रेलिया की अंतरिक्ष एजेंसियों ने हाल में अपने समझौता ज्ञापन को अद्यतन किया है. उन्होंने कहा, 'हम ऑस्ट्रेलिया के क्षेत्र कोकोस कीलिंग द्वीप के जरिए निगरानी करके गगनयान मिशन में सहयोग करेंगे.'

इस साल की शुरुआत में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख के. सिवन ने कहा था कि इसरो ऑस्ट्रेलिया की अंतरिक्ष एजेंसी के साथ गगनयान मिशन के लिए कोकोस कीलिंग द्वीप समूह में एक 'ग्राउंड स्टेशन' बनाने के लिए भी बातचीत कर रहा है.

कक्षा में उपग्रह अपनी जानकारी को पृथ्वी पर स्थित स्टेशन तक नहीं पहुंचा सकते हैं यदि उनके पास जमीनी स्टेशन का स्पष्ट दृश्य नहीं हो. उपग्रह की सूचनाओं को डेटा रिले उपग्रह प्रसारित करने का कार्य करता है.

'ब्लाइंड स्पॉट' के कारण कई बार सिग्नल नहीं पहुंचते हैं. कोकोस कीलिंग द्वीप से डेटा रिले उपग्रह की निगरानी से इन मुद्दों के समाधान में मदद मिलेगी. गगनयान भारत का महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष मिशन है जिसका उद्देश्य तीन भारतीयों को पृथ्वी की निचली कक्षा (लीओ) में ले जाना है.

पढ़ें- भारत के गगनयान के लिए पहली मानव रेटेड परीक्षण उड़ान 2021 में संभव नहीं

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया की अंतरिक्ष एजेंसी के उप प्रमुख एंथनी मर्फेट ने सोमवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया भारत के गगनयान मिशन (Gaganyaan mission) में कोकोस कीलिंग द्वीप से निगरानी करने में सहयोग करेगा.

भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष सम्मेलन में मर्फेट ने कहा कि दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष सहयोग बढ़ रहा है और भारत तथा ऑस्ट्रेलिया की अंतरिक्ष एजेंसियों ने हाल में अपने समझौता ज्ञापन को अद्यतन किया है. उन्होंने कहा, 'हम ऑस्ट्रेलिया के क्षेत्र कोकोस कीलिंग द्वीप के जरिए निगरानी करके गगनयान मिशन में सहयोग करेंगे.'

इस साल की शुरुआत में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख के. सिवन ने कहा था कि इसरो ऑस्ट्रेलिया की अंतरिक्ष एजेंसी के साथ गगनयान मिशन के लिए कोकोस कीलिंग द्वीप समूह में एक 'ग्राउंड स्टेशन' बनाने के लिए भी बातचीत कर रहा है.

कक्षा में उपग्रह अपनी जानकारी को पृथ्वी पर स्थित स्टेशन तक नहीं पहुंचा सकते हैं यदि उनके पास जमीनी स्टेशन का स्पष्ट दृश्य नहीं हो. उपग्रह की सूचनाओं को डेटा रिले उपग्रह प्रसारित करने का कार्य करता है.

'ब्लाइंड स्पॉट' के कारण कई बार सिग्नल नहीं पहुंचते हैं. कोकोस कीलिंग द्वीप से डेटा रिले उपग्रह की निगरानी से इन मुद्दों के समाधान में मदद मिलेगी. गगनयान भारत का महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष मिशन है जिसका उद्देश्य तीन भारतीयों को पृथ्वी की निचली कक्षा (लीओ) में ले जाना है.

पढ़ें- भारत के गगनयान के लिए पहली मानव रेटेड परीक्षण उड़ान 2021 में संभव नहीं

(पीटीआई-भाषा)

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