जयपुर : राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में बुधवार रात को नाकाबंदी में तीन आतंकी विस्फोटक सामग्री के साथ पकड़े गए थे. एटीएस की टीम तीनों आतंकियों को शुक्रवार अलसुबह जयपुर लेकर पहुंची (ATS Reaches Jaipur With Terrorist ) है. आतंकियों को एटीएस मुख्यालय में कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है. जहां पर बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है. इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.तीनों आतंकियों से एटीएस के साथ ही अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी संयुक्त रूप से पूछताछ करेंगी. अलग-अलग चरणों में पूछताछ की जाएगी. 10 अप्रैल तक तीनों आतंकी पुलिस रिमांड पर है.
रतलाम के अल सुफा से जुड़े तार: एटीएस की पकड़ में आए तीनों आतंकी अल सुफा आतंकी संगठन से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं. तीनों आरोपियों के पास बरामद हुई विस्फोटक सामग्री काफी घातक बताई जा रही है. पुलिस ने टाइमर और अन्य सामग्री भी बरामद की है. तीनों आरोपियों से 12 किलो विस्फोटक और टाइमर बरामद हुआ है. पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों के नाम जुबेर, अल्तमस और सैफुल्ला उर्फ सैफुद्दीन है.
निंबाहेड़ा से जयपुर जा रहे थे आतंकी: तीनों विस्फोटक सामग्री चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा से जयपुर (Terrorist Caught with Explosive Material In Chittorgarh) लेकर जा रहे थे. जयपुर में इसी आतंकी संगठन से जुड़े हुए अन्य सदस्य को ये सामग्री दी जानी थी. कथित तौर पर इसका इस्तेमाल राजधानी को दहलाने के लिए किया जाना था. यहां सीरियल ब्लास्ट की मंशा थी और इसलिए विस्फोटक सामग्री का उपयोग किया जाना था. राजस्थान एटीएस के इनपुट पर चित्तौड़गढ़ जिले के निंबाहेड़ा में पुलिस ने आरोपियों को विस्फोटक सामग्री के साथ दबोचा था.
और कितने लोग?: अब एजेंसियां इनसे पूछताछ कर पता लगा रही हैं कि कहीं प्रदेश में खासकर जयपुर में इनसे जुड़े कुछ और लोग तो मौजूद नहीं हैं. जांच इस बात की भी हो रही है कि वो कौन लोग थे जिन्हें विस्फोटक सामग्री सौंपी जानी थी. आतंकी संगठन से जुड़े अन्य सदस्यों की धरपकड़ के लिए प्रदेश के विभिन्न जगहों पर एटीएस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां सर्च ऑपरेशन चला रही हैं. कुछ अन्य संदिग्ध लोगों को भी हिरासत में लिया गया है.
भूला नहीं है जयपुर!: जयपुर करीब 14 साल पहले हुए सीरियल बम ब्लास्ट (Serial Blasts In Jaipur) की घटना भूला नहीं है. 13 मई 2008 को राजधानी में एक एक कर 8 स्थानों पर बम धमाके हुए थे. धमाकों में डेढ़ सौ से ज्यादा लोग घायल हुए थे और प्रारंभिक रिपोर्ट में 60 से ज्यादा की मौत की खबर थी.महज 12 मिनट में शहर दहल गया था. ऐसे में इन आतंकियों के पकड़े जाने से यकीनन सुरक्षा एजेंसियों ने राहत की सांस ली होगी. जानकारी के मुताबिक अल सुफा संगठन के अध्यक्ष असजद के कहने पर तीनों आतंकी रतलाम से निंबाहेड़ा होते हुए विस्फोटक सामग्री लेकर जा रहे थे.