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फर्जी आईडी से सिम बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़, यूपी और दिल्ली से 14 गिरफ्तार

राजधानी लखनऊ में फर्जी आईडी पर सिम जारी करने का धंधा लंबे समय से चल रहा था. एटीएस ने रविवार को ऐसे गिरोह का पर्दाफाश करते हुए नौ अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है.

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Published : Jan 17, 2021, 9:03 PM IST

लखनऊ : राजधानी में एटीएस (आतंकवादी निरोधक दस्ता) ने फर्जी आईडी के आधार पर सिम प्राप्त करके विभिन्न बैंकों में ऑनलाइन अकाउंट खोलने वाले गिरोह के 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. एटीएस ने मामले में कई जगहों पर छापेमारी की. वहीं, एटीएस की दूसरी टीम ने दिल्ली में भी पांच लोगों को इसी कार्रवाई में गिरफ्तार किया है.

फ्री एक्टिवेटेड सिम बेचने वाले गिरोह का खुलासा
उत्तर प्रदेश में एटीएस ने छापेमारी कर संभल, अमरोहा और मुरादाबाद से 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए अभियुक्त ग्राहकों के सिम के लिए प्राप्त किए गए दस्तावेज को गलत तरीके से प्रयोग कर उनके नाम से फ्री एक्टिवेटेड सिम को दिल्ली में ऊंचे दाम में बेचते थे. इन्हीं फर्जी सिम का उपयोग अपराध की गतिविधियों में बड़े पैमाने पर हो रहा था. वहीं, एटीएस दिल्ली की टीम ने भी उत्तम नगर से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए लोगों के पास से ढाई सौ फ्री एक्टीवेटेड सिम और 50 सिम के रैपर बरामद हुए हैं. पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वह ग्राहकों की आईडी पर सिम एक्टिवेट करते थे.

ATS
ATS ने अभियुक्तों को किया गिरफ्तार.

फर्जी दस्तावेज से बैंक में खाता खोला
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि पकड़े गए 9 लोगों ने पूछताछ में बताया कि वह ग्राहकों के दस्तावेज को भी गलत हाथों में बेच देते थे. एटीएस को यह भी जानकारी मिली है कि इन्हीं दस्तावेजों के जरिए कई बैंकों में गलत तरीके से खाता खोलकर कार्ड लेस पेमेंट होता था और विदेश से भी फंडिंग लेकर आपराधिक गतिविधियों में इन्हीं पैसों का प्रयोग होता था.

फर्जी आईडी से सिम बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़

मोबाइल सिम के नियमों का उठाते थे फायदा
ट्राई की ओर से यह नियम है कि एक दिन में कोई भी व्यक्ति दो सिम ले सकता है. वहीं, इसी नियम का फायदा उठाते हुए पकड़े गए अभियुक्त प्रेम सिंह ने पूछताछ में बताया कि उसने 6 महीने के दौरान 1500 फ्री एक्टिवेट सिम दिल्ली के लोगों को बेचे हैं. इसमें कई ग्राहक विदेश के भी हैं. ज्यादातर ग्राहकों ने एक ही सिम खरीदा था, लेकिन उसी की आईडी पर दूसरा सिम भी एक्टिवेट कर दिया जाता था.

लखनऊ : राजधानी में एटीएस (आतंकवादी निरोधक दस्ता) ने फर्जी आईडी के आधार पर सिम प्राप्त करके विभिन्न बैंकों में ऑनलाइन अकाउंट खोलने वाले गिरोह के 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. एटीएस ने मामले में कई जगहों पर छापेमारी की. वहीं, एटीएस की दूसरी टीम ने दिल्ली में भी पांच लोगों को इसी कार्रवाई में गिरफ्तार किया है.

फ्री एक्टिवेटेड सिम बेचने वाले गिरोह का खुलासा
उत्तर प्रदेश में एटीएस ने छापेमारी कर संभल, अमरोहा और मुरादाबाद से 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए अभियुक्त ग्राहकों के सिम के लिए प्राप्त किए गए दस्तावेज को गलत तरीके से प्रयोग कर उनके नाम से फ्री एक्टिवेटेड सिम को दिल्ली में ऊंचे दाम में बेचते थे. इन्हीं फर्जी सिम का उपयोग अपराध की गतिविधियों में बड़े पैमाने पर हो रहा था. वहीं, एटीएस दिल्ली की टीम ने भी उत्तम नगर से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए लोगों के पास से ढाई सौ फ्री एक्टीवेटेड सिम और 50 सिम के रैपर बरामद हुए हैं. पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वह ग्राहकों की आईडी पर सिम एक्टिवेट करते थे.

ATS
ATS ने अभियुक्तों को किया गिरफ्तार.

फर्जी दस्तावेज से बैंक में खाता खोला
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि पकड़े गए 9 लोगों ने पूछताछ में बताया कि वह ग्राहकों के दस्तावेज को भी गलत हाथों में बेच देते थे. एटीएस को यह भी जानकारी मिली है कि इन्हीं दस्तावेजों के जरिए कई बैंकों में गलत तरीके से खाता खोलकर कार्ड लेस पेमेंट होता था और विदेश से भी फंडिंग लेकर आपराधिक गतिविधियों में इन्हीं पैसों का प्रयोग होता था.

फर्जी आईडी से सिम बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़

मोबाइल सिम के नियमों का उठाते थे फायदा
ट्राई की ओर से यह नियम है कि एक दिन में कोई भी व्यक्ति दो सिम ले सकता है. वहीं, इसी नियम का फायदा उठाते हुए पकड़े गए अभियुक्त प्रेम सिंह ने पूछताछ में बताया कि उसने 6 महीने के दौरान 1500 फ्री एक्टिवेट सिम दिल्ली के लोगों को बेचे हैं. इसमें कई ग्राहक विदेश के भी हैं. ज्यादातर ग्राहकों ने एक ही सिम खरीदा था, लेकिन उसी की आईडी पर दूसरा सिम भी एक्टिवेट कर दिया जाता था.

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