नई दिल्ली : चार राज्यों (राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलगंना, मध्य प्रदेश) के विधानसभा चुनाव 2023 संपन्न हुए हैं, जिसके परिणाम रविवार को सामने आए. 3 राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिल गया है. बीजेपी इन तीन राज्यों में सरकार बनाती है तो पार्टी अब अपने दम पर 12 राज्यों में सत्ता में होगी. जबकि दूसरी सबसे बड़ी राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस हार के बाद तीन राज्यों में सिमट जाएगी. वहीं, दूसरी तरफ दिल्ली और पंजाब में अपनी सरकार के साथ आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टियों में तीसरे स्थान पर है.
ये हैं भाजपा शासित राज्य
आज की मतगणना के आंकड़े के मुताबिक भाजपा, जो केंद्र में शासन करती है, उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, गोवा, असम, त्रिपुरा, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश में सत्ता में है, और मध्य प्रदेश को वापस पाने और राजस्थान और छत्तीसगढ़ को कांग्रेस से छीनने के लिए पूरी तरह तैयार है. इसके अलावा, भाजपा चार राज्यों - महाराष्ट्र, मेघालय, नागालैंड और सिक्किम में सत्तारूढ़ गठबंधन का भी हिस्सा है.
इतने राज्यों में सिमटी कांग्रेस
कांग्रेस अब अपने दम पर तीन राज्यों, जिनमें कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना में सत्ता में होगी, जहां वह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को हराकर जीत की राह पर है. कांग्रेस भी बिहार और झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है और डीएसके की सहयोगी है जो तमिलनाडु पर शासन करती है, हालांकि, यह राज्य सरकार का हिस्सा नहीं है.
वर्तमान में भारत में, छह राष्ट्रीय पार्टियां हैं, जिनमें भाजपा, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी (बसपा), सीपीआई (एम), नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी), और आप शामिल है. वहीं, विधानसभा चुनाव का अगला दौर 2024 में होगा, जब सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में चुनाव होंगे. इसी के साथ जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव पेडिंग हैं. इसके साथ ही अगले साल आम चुनाव भी होना है.
सत्ता में उलटफेर
कांग्रेस शासित राजस्थान में हर पांच साल पर सरकार बदलने का राजनीतिक रिवाज बरकरार रहने के आसार दिख रहे है. इसी के साथ छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस को बड़ा झटका मिलने वाला है, क्योंकि यहा भी भाजपा आगे निकले दिख रही है. वहीं, सत्तारूढ़ी भारत राष्ट्र समिति (BRS) को झटका मिलने वाला है. क्योंकि यहा कांग्रेस आगे निकलती दिख रही है. नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से ही सरकार में खूब उलटफेर देखने को मिला है. उनके सत्ता में आने के बाद करीब 26 फीसदी आबादी पर भाजपा और उनकी सहयोगी सरकारें चल रही थी. इसके बाद लगातार भाजपा शासित राज्यों में बढ़ोतरी देखने को मिली है.