इंफाल : कोविड-19 के प्रतिबंधों के बीच मणिपुर के तमेंगलोंग जिले के तमेई सब डिवीजन के दूरदराज के ग्रामीण इलाकों से आशा की एक नई किरण आई है. असम राइफल्स के जवानों ने मणिपुर और नगालैंड दोनों में कई दूर दराज के गांवों को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण तमी - दिखुइराम सड़क की मरम्मत के लिए अपना सहयोग दिया. फलस्वरूप पहाड़ी क्षेत्र में 35 गांवों को जोड़ने वाली इस जर्जर सड़क की मरम्मत 44 असम राइफल्स के जवानों व लोगों ने मिलकर कर दी.
22 किलोमीटर की मरम्मत में लग गये 85 दिन
असम राइफल्स की पहल से प्रेरणा लेते हुए, डिकुइराम गांव के स्थानीय लोगों ने भी अपने खेत के काम को पीछे छोड़ते हुए धूप में शौचालय बनाने का संकल्प लिया और असम राइफल्स के साथ हाथ मिलाया. यही वजह थी कि मरम्मत कार्य 12 अक्टूबर, 2021 को शुरू हुआ था और 04 जनवरी, 2021 को पूरा हो गया. वहीं सभी बाधाओं के बीच सड़क के 22 किलोमीटर खंड के मरम्मत कार्य को पूरा करने में 85 दिन लग गए. मरम्मत का काम ग्रामीणों के लिए नए साल का तोहफा बनकर आया है क्योंकि अब उन्हें आत्मनिर्भरता के अवसरों के लिए बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सरकारी विकासात्मक योजनाएं और बाजार उपलब्ध होंगे.
असम राइफल्स ने कई ग्रामीणों को सम्मानित किया
सड़क का उद्घाटन और आसपास के लोगों की उपस्थिति में आईजीएआर (पूर्व) द्वारा 09 फरवरी 21 को किया गया. इस अवसर पर लोगों को आत्मनिर्भर होने, पेशेवर कौशल हासिल करने और रचनात्मक रूप से राष्ट्र विकास में योगदान देने का आश्वासन दिया गया. उत्साही ग्रामीणों ने खुशी व्यक्त करने के लिए गाने गाए. इस अवसर पर असम राइफल्स द्वारा कई ग्रामीणों को सम्मानित किया गया.
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असम राइफल्स के साथ स्थानीय लोगों ने भारत के प्रधान मंत्री द्वारा आत्मनिर्भरता की एक नई कहानी लिखी है. निश्चित रूप से असम राइफल्स और स्थानीय लोगों के समन्वित प्रयासों ने कोविड-19 महामारी की वर्तमान स्थिति में ग्रामीणों के लिए आशा की रोशनी दिखाई है.