गांदरबल : स्वतंत्रता के 75 गौरवशाली वर्ष पूरे होने के अवसर पर और आजादी के अमृत महोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में, हरमुख पर्वत को फतह करने के लिए 3 सेक्टर राष्ट्रीय राइफल्स और सीआईएफ (के) के तत्वावधान में एक अभियान चलाया गया था. इस अभियान का उद्देश्य लोगों को बढ़ावा देना था. इसी क्रम में सुरक्षाबलों ने 5148 मीटर की ऊंचाई वाले माउंट हरमुख पर तिरंगा फहराकर स्वतंत्रता दिवस मनाया.
माउंट हरमुख कश्मीर घाटी की सबसे ऊंची चोटियों में से एक है. यह ग्रेट हिमालय रेंज का हिस्सा है और दक्षिण में सिंध नाले और उत्तर में किशनगंगा नदी के बीच स्थित है. वहीं माउंट हरमुख के पास ही प्रसिद्ध गंगबल झील है. इतिहास में पहली बार असम राइफल इकाई ने माउंट हरमुख को फतह करने का यह कारनामा किया है.
इसको लेकर प्रशिक्षक मेजर देवेंद्र सिंह के नेतृत्व में असम राइफल्स बटालियन की विशेष टीम ने हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल, सोनमर्ग के प्रशिक्षकों के साथ 12 से 15 अगस्त तक माउंट हरमुख पर पर्वतारोहण अभियान चलाया. यह अभियान उन सभी गुमनाम नायकों को श्रद्धांजलि थी, जिन्होंने राष्ट्र की अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी.
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