गुवाहाटी : असम में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए 'जनसंख्या सेना' नामक एक कार्यबल बनाने पर विचार कर रही है. असम के मुख्यमंत्री (Assam Chief Minister) हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने सोमवार को कांग्रेस विधायक शर्मन अली अहमद (Congress legislator Sherman ALi Ahmed) के एक सवाल के जवाब में यह बात कही.
उन्होंने कहा कि हम उन क्षेत्रों में जनसंख्या वृद्धि की जांच के लिए राज्य के चार-चापोरी (नदी द्वीपों में बसने वाले बंगाली मूल के मुसलमान) क्षेत्रों के कम से कम 1000 युवाओं को शामिल कर जनसंख्या सेना बनाने की योजना बना रहे हैं. इसके अलावा, हम एक अलग कार्यबल बनाने की भी योजना बना रहे हैं जिसमें मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (Accredited Social Health Activists -ASHA ) को शामिल किया जाएगा जो जन्म नियंत्रण उपायों के बारे में जानकारी का प्रसार करने और उन क्षेत्रों में महिलाओं के बीच गर्भनिरोधक उपकरण वितरित करेंगे.
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उन्होंने यह भी कहा कि सरकार लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल से बढ़ाकर 20 साल करने के मुद्दे पर भी विचार कर रही है.
अली ने सरकार की जनसंख्या नीति का मुद्दा उठाते हुए चार चापोरियों के बीच शैक्षणिक संस्थान स्थापित करने और राज्य के कुछ जिलों में लड़कियों की कम उम्र में शादी की परंपरा को रोकने के लिए कार्रवाई की मांग की.
मुख्यमंत्री ने इस पर कहा कि जनसंख्या पर सरकार की प्रस्तावित नीति मुस्लिम विरोधी नहीं बल्कि गरीबी विरोधी है. उन्होंने कहा कि 2001 से 2011 के बीच, हिंदुओं और मुसलमानों के बीच जनसंख्या वृद्धि दर में बदलाव आया है.