नई दिल्ली: असम सरकार 17वीं सदी के अहोम जनरल लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती मनाने के लिए पूरी तरह तैयार है (great Ahom General Lachit Borphukan). मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने शनिवार को नई दिल्ली में अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ बैठक की और कार्यक्रम के आयोजन की तैयारी की समीक्षा की.
असम सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'ईटीवी भारत' को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में कार्यक्रम आयोजित करने का इरादा महान योद्धा 'जिनको अब तक देश के अन्य हिस्सों में कम जाना जाता है' को सुर्खियों में लाना है.
इस आयोजन को शानदार ढंग से सफल बनाने के लिए 23 और 24 नवंबर को दो दिवसीय मेगा कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई है. महान अहोम जनरल को उचित परिप्रेक्ष्य में पेश करने के लिए कार्यक्रमों की एक श्रृंखला तैयार की गई है.
मुख्यमंत्री सरमा ने तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि लचित बोरफुकन को इतिहास में छत्रपति शिवाजी जैसे अन्य वीर योद्धाओं के समान स्थान नहीं मिला, हालांकि देर से ही सही इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन की प्रक्रिया शुरू हुई है. सरमा ने कहा, 'असम सरकार के अधिकतर मंत्री यहां नई दिल्ली में तैयारी की निगरानी के लिए प्रचार करेंगे, इसलिए यदि आवश्यक हुआ तो कैबिनेट महत्वपूर्ण मुद्दों पर फैसला करने के लिए यहां बैठेगी.'
असम सरकार देश के बाकी हिस्सों में लचित की वीरता और देशभक्ति को प्रदर्शित करने और उन्हें महान योद्धाओं में स्थान देने के लिए उनके इतिहास पर नई दिल्ली स्थित असमिया संगठनों और मीडियाकर्मियों के साथ चर्चा कर रही है.
दो दिवसीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल होंगे. इससे पहले इस वर्ष पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती समारोह की शुरुआत की थी.
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