गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति एक बार फिर चिंताजनक स्थिति की ओर बढ़ रही है. फिलहाल राज्य के 6 जिलों और एक सब-डिवीजन में 21,000 से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Assam State Disaster Management Authority) की एक रिपोर्ट के अनुसार, छह जिलों-लखीमपुर, धेमाजी, चराइदेव, जोरहाट, करीमगंज, कामरूप और बिश्वनाथ सब-डिवीजनों में कुल 21,723 लोग बाढ़ की चपेट में हैं.
असम और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश के बाद कई नदियों का जल स्तर बढ़ गया है, दिचांग नदी और नंगलामुराघाट और शिवसागर के इलाकों में दिखो नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. धेमाजी के भजो गांव में जियाधल की कंकू धारा से जियाधल का विशाल क्षेत्र जलमग्न हो गया है. शनिवार को जलस्तर में थोड़ी गिरावट देखी गई, जबकि बाढ़ का पानी राष्ट्रीय राजमार्ग 15 पर बह रहा था.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, धेमाजी जिले में 11,659 लोग प्रभावित हुए हैं और लखीमपुर जिले में 7,516 लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ प्रभावित जिलों में 1479.27 हेक्टेयर फसल भूमि जलमग्न हो गई है. इस बीच, बाढ़ के कारण 24,261 पालतू जानवरों को नुकसान पहुंचा है. पिछले 24 घंटों में बाढ़ के कारण बिस्वनाथ सब-डिवीजन की 20 सड़कें, कई पुलिया, मत्स्य पालन तालाब आदि क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
बाढ़ प्रभावित 6 जिलों और बिस्वनाथ सब-डिवीजन में बाढ़ पीड़ितों के लिए 10 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं. बाढ़ पीड़ितों के बीच अब तक 64.91 क्विंटल चावल, 11.90 क्विंटल दाल, 3.45 क्विंटल नमक और 343.99 लीटर सरसों तेल का वितरण किया जा चुका है.
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि शनिवार को बाढ़ के कारण कोई हताहत नहीं हुआ. अथॉरिटी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, साल की पहली बाढ़ में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है.
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