नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आरोप लगया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत को "राज्यों के संघ" के रूप में वर्णित करके अलगाववादी तत्वों को प्रोत्साहित कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी परिवार खुद को देश से ऊपर मानता है और इससे परे राहुल गांधी संघवाद के नाम पर देश को तोड़ने में लगे हैं.
सरमा ने कहा, "वह भारत को राज्यों का संघ बताकर परोक्ष रूप से अलगाववादी तत्वों को प्रोत्साहित कर रहे हैं. वह (राहुल गांधी) कह रहे हैं कि भारत एक देश नहीं है, बल्कि राज्यों का एक समझौता है. वह भारत को राज्यों के संघ के रूप में वर्णित करके अलगाववादी भावनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं. उनकी भाषा और उग्रवादी संगठन उल्फा की भाषा में कोई अंतर नहीं है."
सीएम सरमा ने पूछा "अगर भारत राज्यों का संघ है, तो 5,000 साल पुराने समृद्ध इतिहास का क्या होगा? जब कांग्रेस ने खुद को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कहा और पूरे भारत में बैठकें कीं, तो क्या इसका मतलब राज्यों के संघ के रूप में था?" सरमा ने कहा कि गांधी परिवार के साथ विश्वासघात करना कांग्रेस में देश के साथ विश्वासघात के रूप में देखा जाता है, जबकि भाजपा के लिए देश सर्वोपरि है.
इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर हमला बोलते हुए, जिन्होंने देश में समान नागरिक संहिता की आवश्यकता को खारिज कर दिया, सरमा ने कहा कि मदरसों को बंद करना और समान नागरिक संहिता को लागू करना मुसलमानों के हित में होगा. इससे पूर्व ओवैसी ने देश में समान नागरिक संहिता की आवश्यकता को खारिज करते हुए कहा कि इस देश में समान नागरिक संहिता की आवश्यकता ही नहीं है. विधि आयोग ने कहा है कि यूसीसी की आवश्यकता नहीं है."
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एएनआई