नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी सुप्रीमो और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पंजाब में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि देश में आज सबसे महंगी बिजली पंजाब में मिलती है, वो भी तब जब पंजाब अपनी बिजली खुद बनाता है. दिल्ली में बिजली नहीं बनती. दूसरे राज्यों से खरीदनी पड़ती है उसके बाद भी सबसे सस्ती बिजली दिल्ली में हैं. पिछले एक साल से आम आदमी पार्टी के लोग सस्ती बिजली के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पंजाब को 24 घंटे बिजली मिलेगी और हर परिवार को 300 यूनिट बिजली मुफ्त में मिलेगी. सीएम केजरीवाल ने बकाया घरेलू बिल माफ कर कनेक्शन बहाल करने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा कि सरकार बनते ही सारे वादे पूरे होंगे. 24 घंटे बिजली देने में कुछ समय लग सकता है, लेकिन पंजाब में लगभग 3 से 4 साल में यह हो सकता है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की इस घोषणा के बाद सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने तत्काल हमला बोला. अरविंद केजरीवाल की घोषणाओं के तुरंत बाद पंजाब कांग्रेस विधायक राजकुमार वेरका ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. मीडिया से बात करते हुए वेरका ने कहा कि केजरीवाल आज अपने झूठे वादों के साथ चंडीगढ़ में हैं. वह कह रहे हैं कि वह दिल्ली मॉडल को पंजाब में लाएंगे, लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि उन्होंने दिल्ली में क्या किया है? यहां तक कि लॉकडाउन के दौरान भी. दुकानदारों को अपने बिजली बिल के लिए 15 से 20 हजार का भुगतान करना पड़ा. उन्होंने कहा कि एक धोखेबाज व्यक्ति पंजाब में धोखाधड़ी के वादे कर रहा है.
पढ़ें :- गणतंत्र दिवस हिंसा : अदालत ने सिद्धू, अन्य आरोपियों को नए समन जारी किए
वेरका ने आम आदमी पार्टी को आड़े हाथ लेकर कहा कि यहां दिल्ली में सरकार द्वारा कितने बिजली के बिल माफ किए जाते हैं? यहां महिलाएं, दुकानदार, सफाईकर्मी उन्हें 'धोखाधड़ी करने वाला आदमी' कहते हैं. वे बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी की शिकायत कर रहे हैं. दिल्ली सरकार को संभालने में सक्षम नहीं, वह पंजाब से वादे कैसे कर सकते हैं?. केजरीवाल ने पंजाब कांग्रेस के भीतर चल रहे संकट की ओर भी इशारा किया. उन्होंने राज्य से बेअदबी मामले में भी उचित जांच का वादा किया.
वेरका ने आप प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस व्यक्ति को गलत आरोप लगाने के लिए माफी मांगनी पड़ी, वह इस मामले में न्याय कैसे दे सकता है.