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गिरफ्तार जेएमबी गुर्गो ने कोलकाता पुलिस के लिए खोला भानुमती का पिटारा

जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश के तीन गुर्गों से पूछताछ में कोलकाता पुलिस को पता चला है कि वे अकेले नहीं थे, बल्कि 15 नव जेएमबी आतंकवादी राज्य में घुस आए हैं और उनमें से 10 देश के विभिन्न हिस्सों में घूम रहे हैं.

कोलकाता पुलिस
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Published : Jul 14, 2021, 8:27 AM IST

कोलकाता : जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (jamaat ul mujahideen bangladesh- JMB) के तीन गुर्गों को कुछ दिन पहले कोलकाता (kolkata) के दक्षिणी इलाके से गिरफ्तार किया गया था, जिन्होंने कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) के लिए भानुमती का पिटारा खोल दिया है.

गिरफ्तार तीनों लोगों से पूछताछ में कोलकाता पुलिस को पता चला है कि वे अकेले नहीं थे, बल्कि 15 नव जेएमबी आतंकवादी राज्य में घुस आए हैं और उनमें से 10 देश के विभिन्न हिस्सों में घूम रहे हैं.

कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) के विशेष कार्य बल (Special Task Force- STF) के एक अधिकारी ने कहा, इस साल की शुरुआत में कम से कम 15 नियो जेएमबी के सदस्य पड़ोसी बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल में दाखिल हुए थे और उनमें से 10 जम्मू-कश्मीर सहित भारत के विभिन्न हिस्सों में चले गए.

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अधिकारी ने कहा कि शेष पांच पश्चिम बंगाल में रुके थे और उनमें से तीन (जो बांग्लादेशी नागरिक हैं) को रविवार को दक्षिण कोलकाता के हरिदेवपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया.

गिरफ्तार तीनों की पहचान नजीउर रहमान पॉवेल उर्फ जयराम व्यपारी उर्फ जोसेफ (30), रविउल इस्लाम (22) और शेख शब्बीर उर्फ मिकाइल खान (30) के रूप में हुई है.

पुलिस ने कहा कि आरोपी व्यक्ति करीब एक महीने पहले अवैध रूप से सीमा पार कर यहां पहुंचे थे. यह पूछे जाने पर कि क्या उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) द्वारा दिन के दौरान गिरफ्तार किए गए अंसार गजवत-उल हिंद के दो संदिग्ध गुर्गों के साथ उनके संबंध थे, एक अधिकारी ने कहा, हम उस कोण की भी जांच कर रहे हैं.

एसटीएफ ने कहा कि उसने आरोपी के पास से मोबाइल फोन, दो धार्मिक किताबें, एक डायरी और एक भारतीय पहचान पत्र बरामद किया है.

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पुलिस के मुताबिक, तीनों ने यह दावा करते हुए एक घर किराए पर लिया था कि वे यहां इलाज के लिए आए हैं. वे फल और मच्छरदानी बेचने वाले के रूप में सामने आए.

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक (जो कथित तौर पर पड़ोसी देश के गोपालगंज इलाके से हैं) एमजी रोड पर एक किराए के घर में रह रहे थे और संगठन के लिए धन इकट्ठा कर रहे थे.

वर्तमान में कोलकाता पुलिस शेख साकिल और सलीम मुंशी की तलाश कर रही है, जिन्होंने कथित तौर पर तीनों को फर्जी आधार कार्ड तैयार करने में मदद की और उनके रहने की व्यवस्था भी की.

अधिकारी ने कहा, सकिल ने उन्हें फर्जी आधार कार्ड तैयार करने में मदद की थी, जिसका इस्तेमाल उन्हें किराए पर आवास मिलता था. तीनों जेएमबी के वरिष्ठ नेता अल अमीन के निर्देश पर भारत आए.

एसटीएफ ने गिरफ्तार तीनों के बारे में अधिक जानकारी जानने के लिए बांग्लादेश पुलिस से संपर्क किया है. अधिकारी ने कहा, जिस घर में उन्होंने दो कमरे किराए पर लिए थे, उसके मकान मालिक को पूछताछ के लिए बुलाया गया था.

(आईएएनएस)

कोलकाता : जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (jamaat ul mujahideen bangladesh- JMB) के तीन गुर्गों को कुछ दिन पहले कोलकाता (kolkata) के दक्षिणी इलाके से गिरफ्तार किया गया था, जिन्होंने कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) के लिए भानुमती का पिटारा खोल दिया है.

गिरफ्तार तीनों लोगों से पूछताछ में कोलकाता पुलिस को पता चला है कि वे अकेले नहीं थे, बल्कि 15 नव जेएमबी आतंकवादी राज्य में घुस आए हैं और उनमें से 10 देश के विभिन्न हिस्सों में घूम रहे हैं.

कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) के विशेष कार्य बल (Special Task Force- STF) के एक अधिकारी ने कहा, इस साल की शुरुआत में कम से कम 15 नियो जेएमबी के सदस्य पड़ोसी बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल में दाखिल हुए थे और उनमें से 10 जम्मू-कश्मीर सहित भारत के विभिन्न हिस्सों में चले गए.

पढृ़ें- देश में पहली बार 'सीन ऑफ क्राइम ऑफिसर' की होगी नियुक्ति

अधिकारी ने कहा कि शेष पांच पश्चिम बंगाल में रुके थे और उनमें से तीन (जो बांग्लादेशी नागरिक हैं) को रविवार को दक्षिण कोलकाता के हरिदेवपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया.

गिरफ्तार तीनों की पहचान नजीउर रहमान पॉवेल उर्फ जयराम व्यपारी उर्फ जोसेफ (30), रविउल इस्लाम (22) और शेख शब्बीर उर्फ मिकाइल खान (30) के रूप में हुई है.

पुलिस ने कहा कि आरोपी व्यक्ति करीब एक महीने पहले अवैध रूप से सीमा पार कर यहां पहुंचे थे. यह पूछे जाने पर कि क्या उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) द्वारा दिन के दौरान गिरफ्तार किए गए अंसार गजवत-उल हिंद के दो संदिग्ध गुर्गों के साथ उनके संबंध थे, एक अधिकारी ने कहा, हम उस कोण की भी जांच कर रहे हैं.

एसटीएफ ने कहा कि उसने आरोपी के पास से मोबाइल फोन, दो धार्मिक किताबें, एक डायरी और एक भारतीय पहचान पत्र बरामद किया है.

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पुलिस के मुताबिक, तीनों ने यह दावा करते हुए एक घर किराए पर लिया था कि वे यहां इलाज के लिए आए हैं. वे फल और मच्छरदानी बेचने वाले के रूप में सामने आए.

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक (जो कथित तौर पर पड़ोसी देश के गोपालगंज इलाके से हैं) एमजी रोड पर एक किराए के घर में रह रहे थे और संगठन के लिए धन इकट्ठा कर रहे थे.

वर्तमान में कोलकाता पुलिस शेख साकिल और सलीम मुंशी की तलाश कर रही है, जिन्होंने कथित तौर पर तीनों को फर्जी आधार कार्ड तैयार करने में मदद की और उनके रहने की व्यवस्था भी की.

अधिकारी ने कहा, सकिल ने उन्हें फर्जी आधार कार्ड तैयार करने में मदद की थी, जिसका इस्तेमाल उन्हें किराए पर आवास मिलता था. तीनों जेएमबी के वरिष्ठ नेता अल अमीन के निर्देश पर भारत आए.

एसटीएफ ने गिरफ्तार तीनों के बारे में अधिक जानकारी जानने के लिए बांग्लादेश पुलिस से संपर्क किया है. अधिकारी ने कहा, जिस घर में उन्होंने दो कमरे किराए पर लिए थे, उसके मकान मालिक को पूछताछ के लिए बुलाया गया था.

(आईएएनएस)

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