नई दिल्ली : सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर चर्चा के लिए बृहस्पतिवार को कजाखस्तान के अपने समकक्ष मेजर जनरल तलगत ममिर्तायेविच कोइबाकोव के साथ टेलीफोन पर बातचीत की.
कजाखास्तान की चीन के साथ 1780 किलोमीटर सीमा मिलती है. लेकिन भारत के विपरीत कजाखस्तान का चीन के साथ कोई सक्रिय सीमा विवाद नहीं है.
पूर्वी लद्दाख में पांच मई, 2020 को भारत और चीन के बीच सैन्य गतिरोध पैदा हुए सालभर से भी अधिक समय हो चुका है। दोनों देशों के बीच 45 साल में पहली बार इस गतिरोध के दौरान सैनिकों की जान गई थी.
भारत और चीन के बीच सैनिकों को पीछे हटाने पर बहुत कमी प्रगति हुई है, केवल पैंगोग झील से सैनिक हटे हैं, जबकि टकराव के अन्य स्थानों पर ऐसे ही कदमों के लिए वार्ता जारी है.
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भारतीय सेना ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने कजाखस्तान की थलसेना के कमांडर-इन-चीफ मेजर जनरल तलगत ममिर्तायेविच कोइबाकोव के साथ टेलीफोन पर बातचीत की एवं द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की.
(पीटीआई-भाषा)