नई दिल्ली: बाइक बोट नामक कंपनी में हजारों लोगों से निवेश करने वाले के छह निदेशकों को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शखा ने गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों ने लोगों को लालच दिया था कि अगर 62 हजार रुपये की मोटरसाइकिल कंपनी में किराये पर देते हैं तो, प्रति महीने 9500 मिलेगा.
इस संबंध में पुलिस को 8000 शिकायतें मिली थी. वहीं गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान विजय पाल, राजेश सिंह यादव, हर्ष कुमार, विनोद कुमार, विशाल कुमार और संजय गोयल के तौर पर हुई है. इन आरोपियों ने करीब 250 करोड़ रुपये की ठगी की थी. आर्थिक अपराध शाखा के अतिरिक्त आयुक्त ओपी मिश्रा ने गुरूवार को बताया कि बीते साल कई बैंकों से शिकायत मिली थी कि आरबीआई और एनबीएफसी के आदेशों का उल्लंघन करते हुए कुछ लोग आम जनता से गर्वित इनोवेशन प्रमोटर्स लिमिटेड नामक कंपनी के खाता में मोटी रकम जमा करवा रहे हैं.
62000 रुपये का करवाते थे निवेश
शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर, छानबीन की तो, पता चला कि यह कंपनी ना तो आरबीआई में पंजीकृत है और ना ही एनबीएफसी में अधिकृत है. पुलिस ने जब मामले की छानबीन शुरू की तो पता चला कि लोगों से कंपनी में मोटरसाइकिल किराए पर देने के लिए झांसा देते थे, उसके एवैज में हर शख्स से 62 हजार रूपये का निवेश करवाते थे. साथ ही कहते थे कि एक साल के अंदर उन्हें बयाज के तौर पर करीब 17 हजार रूपए मिलेंगे और मूलधन में से हर महीने करीब 9500 रूपये मिलेगा. लोगों ने लालच में आकर अपनी मेहनत की कमाई को इस कंपनी में निवेश कर दिया.
देशभर के लोगों को लगाया 42 हजार करोड़ का चूना
पुलिस ने बताया कि छानबीन के दौरान पता चला कि देश भर के लोगों को करीब 42 हजार करोड़ रूपये का चूना इन लोगों ने लगाया है. इस गिरोह का मास्टरमाइंड नोएडा निवासी संजय भाटी था. अब पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है.