रांची: 10 जून को हुए उपद्रव के बाद राजधानी रांची के युवाओं को पुलिस के खिलाफ भड़काने की कोशिश की जा रही है. रांची पुलिस को कुछ ऐसे इंस्टाग्राम चैट हाथ लगे हैं, जिनमें रांची पुलिस से बदला लेने के लिए अलकायदा में जुड़ जाओ, जिहाद के लिए तैयार हो जैसे आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं. यहां तक की कुछ ऐसे सोशल मीडिया ग्रुप भी बनाए गए हैं जिनमें लगातार युवाओं को बरगलाया जा रहा है. इन ग्रुप के माध्यम से रांची के युवाओं को यह कहकर भड़काया जा रहा है कि वे 10 जून को पुलिस से बदला लेने के लिए अलकायदा ज्वाइन करें.
चार ग्रुप बनाये गए: मिली जानकारी के अनुसार असामाजिक तत्वों के द्वारा चार ग्रुप बनाए गए हैं, जिनमें पहला है अलकायदा, दूसरा जेहाद, तीसरा माफिया 786 और चौथा वासेपुर गैंग्स है. चारों के माध्यम से रांची के युवाओं को भड़काने का काम किया जा रहा है. पुलिस के पास इस ग्रुप के माध्यम से किए गए तमाम चैट उपलब्ध हो गए हैं. जानकारी के अनुसार इन मामलों को लेकर रांची के साइबर थाने में एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है. हालांकि रांची पुलिस के द्वारा इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की गई है.
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किस ग्रुप से क्या क्या किया गया प्रचार: जो चार ग्रुप बनाए गए हैं उनमें से सबसे ज्यादा खतरनाक बातें अलकायदा और जेहाद ग्रुप में की गई हैं. केरल में रहने वाले एक व्यक्ति के द्वारा इस अकाउंट को बनाया गया है. जानकारी के अनुसार अरमान किंग्स 987 के नाम से बनाई गई आईडी के जरिए रांची के युवाओं को इंगित करते हुए पोस्ट किया गया है. इसमें कहा गया कि जो रांची पुलिस को सजा देना चाहते हैं वह अलकायदा ज्वाइन करें. पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई है कि इस ग्रुप को 10 जून के बाद बनाया गया है. अरमान किंग्स के एक दूसरे पोस्ट में यह भी कहा गया है कि अलकायदा में ज्वाइन करने के लिए जल्द जवाब दें.
एक ग्रुप ने किया जिहाद का एलान: इसके अलावा पुलिस को नूर मोहम्मद नाम के एक यूजर का भी पोस्ट मिला है. जिसमें एक समुदाय के लोगों से जिहाद करने का आह्वन किया गया है. वहीं, जावेद असलम नाम के एक और यूजर का भी इसी तरह का मैसेज मिला है. उसने भी अपने मैसेज के जरीए जिहाद छेड़ने की अपील की है.
माफिया 786: असामाजिक तत्वों के द्वारा जो दूसरा ग्रुप बनाया गया है उसका नाम माफिया 786 रखा गया था. इस ग्रुप के जरिए रांची के युवाओं को 10 जून को होने वाले प्रोस्टेट के लिए एक जगह एकत्रित करने के लिए लगभग 200 मैसेज भेजे गए थे.
वासेपुर गैंग्स: तीसरा ग्रुप वासेपुर गैंग्स के नाम से बनाया गया था इसके माध्यम से भी 10 जून को भीड़ जुटाई गई थी. वासेपुर गैंग के जरिए लगभग 1000 लोगों को मैसेज भेजे गए थे.
जांच में जुटी साइबर टीम: साइबर सेल की टीम को पोस्ट की जांच करने पर यह साक्ष्य मिले हैं. पुलिस इसकी जांच कर रही है. पुलिस की साइबर सेल की टीम को इससे संबंधित कई अहम सुराग भी हाथ लगे हैं. पुलिस भड़काऊ पोस्ट करने वाले यूजरों को पता लगा रही है.
अब तक आठ एफआईआर हो चुके हैं दर्ज: 10 जून के बाद रांची पुलिस के द्वारा अब तक सोशल मीडिया के जरिये दुष्प्रचार करने के मामले में 8 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है. इनमें से अकेले 6 प्राथमिकी तो सिर्फ कोतवाली थाने में दर्ज की गई है.