जम्मू: जम्मू में 'अपनी पार्टी' को करारा झटका देते हुए उसके सह-संस्थापक एवं महासचिव विक्रम मल्होत्रा ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. मल्होत्रा ने कहा कि पार्टी के पास ‘भविष्य के लिए कोई सुसंगत नीति नहीं’ है. उन्होंने दावा किया कि ‘अपनी पार्टी’ दूसरे दलों ‘नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी (पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) की परछाई बनकर रह गई है.'
खासकर जम्मू में उसके क्षेत्रीय दृष्टिकोण को लेकर वह उनकी छाया नजर आती है. जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान पांच अगस्त, 2019 को समाप्त करने और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद मार्च 2020 में पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी की अध्यक्षता में ‘अपनी पार्टी’ का गठन किया गया था.
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद विक्रम मल्होत्रा अपनी पार्टी में शामिल हुए थे. मल्होत्रा ने एक बयान में कहा, ‘2019 के संवैधानिक परिवर्तनों के बाद के महत्वपूर्ण समय में राष्ट्रीय हित के लिए, मैं अपनी पार्टी में शामिल हुआ था, लेकिन दो साल में पार्टी राह भटक गई है.' मल्होत्रा ने कहा कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष बुखारी को एक विस्तृत पत्र लिखकर पार्टी से इस्तीफा देने के कारणों को सूचीबद्ध किया है.
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उन्होंने कहा, ‘व्यक्तिगत रूप से बुखारी के साथ काम करने का अनुभव बेहद अच्छा रहा, लेकिन ‘अपनी पार्टी’ के पास भविष्य के लिए किसी भी सुसंगत नीति या कार्यक्रम का अभाव है.' मल्होत्रा ने जोर देकर कहा कि नए राजनीतिक माहौल में जम्मू पर ध्यान देने की जरूरत है, लेकिन अपनी पार्टी इसके लिए तैयार नहीं है. मल्होत्रा पिछले नौ महीनों में जम्मू क्षेत्र में ‘अपनी पार्टी’ से इस्तीफा देने वाले तीसरे बड़े नेता हैं. इससे पहले 20 अप्रैल को, पार्टी की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष नम्रता शर्मा और उनकी कई महिला सहयोगियों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. पूर्व विधायक कमल अरोड़ा ने भी हाल में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.
(पीटीआई-भाषा)