अहमदनगर : वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने बुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक और रिमाइंडर लेटर भेजा. उन्होंने मांग की कि राज्य में सुपरमार्केट और बड़े किराना स्टोरों में शराब की बिक्री की अनुमति देने की नीति पर फैसला वापस लिया जाए.
ऐसा नहीं होने पर वह राज्य सरकार के फैसले के विरोध में 14 फरवरी से रालेगण सिद्धि में भूख हड़ताल करेंगे. अन्ना ने एक प्रेस विज्ञप्ति में इस मुद्दे को चार बार उठाया है. हालांकि, अन्ना को अभी तक राज्य सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है. तो अब ऐसा लग रहा है कि अन्ना एक बार फिर सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे. यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार अब क्या कदम उठाती है. उन्होंने पत्र में कहा कि समाज और सरकार को युवाओं का ख्याल रखना चाहिए.
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हालांकि, दूसरी तरफ आजकल हर जगह तंबाकू जैसी चीजों की उपलब्धता के कारण बच्चे भी तंबाकू के आदी हो रहे हैं. अगर शराब किसी रिटेल आउटलेट में बेची जाए तो बच्चे और युवा इसके आदी हो जाएंगे. उन्होंने यह भी मांग की कि सरकार युवाओं के लिए अपनी जिम्मेदारी को ध्यान में रखते हुए सुपरमार्केट और किराना स्टोर में शराब की बिक्री की अनुमति देने के अपने फैसले में बदलाव करे. यह आखिरी भूख हड़ताल है ! उन्होंने यह भी कहा कि मैं अपने जीवन में अब तक कुल 22 बार समाज के हित के लिए भूख हड़ताल कर चुका हूं. यह मेरी आखिरी भूख हड़ताल है.
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गौरतलब है कि महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने राज्य के सुपरमार्केट और वॉक-इन स्टोर्स पर वाइन की बिक्री के प्रस्ताव को मंजूरी दी. महाराष्ट्र सरकार ने इस प्रस्ताव को मंजूरी देने के पीछे तर्क दिया था कि राज्य में वर्तमान में फलों, फूलों और शहद से वाइन बनाई जा रही है. इस फैसले से वाइन बनाने वाली छोटी कंपनियों और राज्य के किसानों को फायदा होगा.