ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर की रहने वाली अंजू ने पाकिस्तान में धर्म परिवर्तन करने के बाद अब यहां पर रहने वाले उसके परिवार पर सुरक्षा एजेंसियों की निगाहें टिकी हुई है. अंजू के परिवार का विरोध भी तेज होने लगा है. इसी कड़ी में आज हिंदू महासभा ने पुलिस को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें अंजू के परिवार की जांच कराने की मांग की गई है. हिंदू महासभा का कहना है कि अंजू ने देश को कलंकित किया है और इसमें अंजू के परिवार की भी संदिग्ध भूमिका नजर आती है, इसलिए इस परिवार की जांच की जाए.
अंजू को लेकर हिंदू महासभा ने एसपी को सौंपा ज्ञापन: इसी को लेकर गुरुवार को हिंदू महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल को ज्ञापन दिया है. साथ ही कहा है कि "ग्वालियर के टेकनपुर में स्थित बोना गांव में रहने वाला अंजू का परिवार संदिग्ध है. हिंदू महासभा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज का कहना है कि अंजू का परिवार बीएसएफ (BSF) टेकनपुर अकादमी के पास ही रहता है, इसलिए इस प्रकार की जांच होना बेहद जरूरी है. अगर यह परिवार जांच में दोषी पाया जाता है, तो उस परिवार को देश से बाहर करना चाहिए."
अंजू के परिवार की जांच की मांग: हिंदू महासभा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री नरोत्तम मिश्रा से मांग की है कि अंजू के परिवार की जल्द से जल्द जांच की जाए, क्योंकि यह पूरा परिवार संदेह के घेरे में है. वहीं हिंदू महासभा ने बताया है कि "हिंदू महासभा के 11 सदस्य टीम ने इस परिवार की जानकारी जुटाई है. जिसमें कुछ संदिग्ध गतिविधियां नजर आई है. इसलिए इस परिवार की जल्द से जल्द जांच होना बहुत जरूरी है, नहीं तो यह देश के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है.
ग्रामीण बोले- अंजू ने कराई पूरे गांव की बदनामी: गौरतलब है कि पाकिस्तान में धर्म परिवर्तन करने वाली अंजू का परिवार ग्वालियर जिले के टेकनपुर में स्थित बोना गांव में रहता है. अंजू के चाचा BSF अकादमी में पदस्थ हैं, तो वहीं उसके दादा भी बीएसएफ में रह चुके हैं. सुरक्षा एजेंसी अंजू के पिता से पूछताछ करने में जुटी है. वहीं अंजू के पाकिस्तान जाने को लेकर भी पूरा गांव इस परिवार से बेहद नफरत कर रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि "इसने देश के साथ-साथ गांव की बदनामी की है. इसलिए गांव में अब अंजू के लिए कोई जगह नहीं है. उसे यहां नहीं रहने दिया जाएगा.