नई दिल्ली : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार को बड़ा ऐलान किया है. जल्द ही आंध्र प्रदेश की राजधानी आधिकारिक रूप से विशाखापट्टनम हो जाएगी. सीएम रेड्डी ने दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय राजनयिक गठबंधन की बैठक में इसकी घोषणा की. वह मार्च में विशाखापत्तनम में होने वाले ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ की तैयारी संबंधी बैठक को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री रेड्डी ने यह भी कहा कि वह विशाखापट्टनम शिफ्ट हो जाएंगे.
सीएम रेड्डी ने कहा कि राज्य सरकार तीन और चार मार्च को विशाखापत्तनम में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर रही है. उन्होंने कहा कि वह आने वाले महीनों में बंदरगाह शहर में अपना कार्यालय स्थानांतरित करेंगे. साथ ही उद्योग जगत के लोगों से बैठक में हिस्सा लेने और राज्य में निवेश करने का अनुरोध भी किया. उन्होंने निवेशक सम्मेलन के लिए प्रतिनिधियों को आमंत्रित करते हुए कहा, "यहां मैं आपको विशाखापट्टनम में आमंत्रित कर रहा हूं जो आने वाले दिनों में हमारी राजधानी होगी. आने वाले महीनों में मैं भी विशाखापट्टनम में स्थानांतरित हो जाऊंगा. 3 और 4 मार्च को विशाखापट्टनम में इन्वेस्टर्स कांफ्रेंस आयोजित होगा, जहां आपसे दोबारा मिलने की आशा है."
उल्लेखनीय है कि आंध्र प्रदेश की राजधानी अभी अमरावती है. जगन मोहन रेड्डी सरकार ने पिछले साल नवंबर में, विवादास्पद आंध्र प्रदेश विकेंद्रीकरण और सभी क्षेत्रों का समावेशी विकास अधिनियम, 2020 को निरस्त कर दिया था. उनका मकसद राज्य के लिए तीन राजधानियां स्थापित करना है. राज्य सरकार ने विशाखापत्तनम (कार्यकारी राजधानी), अमरावती (विधायी राजधानी) और कुरनूल (न्यायिक राजधानी) को तीन राजधानियां बनाने का प्रस्ताव दिया है.