विजयवाड़ा : मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए आंध्र प्रदेश बीजेपी के कुछ नेताओं की राय है कि टीडीपी के साथ गठबंधन बेहतर है. बताया जाता है कि इसकी सूचना वरिष्ठ नेताओं को दी गई है. उनके विचारों को प्रदेश पार्टी अध्यक्ष पुरंदेश्वरी द्वारा सीलबंद लिफाफे के माध्यम से दिल्ली में पार्टी नेताओं तक पहुंचाया जाएगा. बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने गुरुवार को विजयवाड़ा में मुलाकात की और आगामी चुनावों में अपनाई जाने वाली रणनीति पर चर्चा की.
राष्ट्रीय नेता शिवप्रकाश और प्रदेश अध्यक्ष पुरंदेश्वरी के नेतृत्व में हुई कोर कमेटी की बैठक में 40 नेता शामिल हुए. मालूम हो कि कुछ लोगों की राय है कि चुनाव के समय गठबंधन पर स्पष्टता होनी चाहिए. खबर है कि वाईसीपी के धुर विरोधी कुछ नेताओं ने कहा कि बेहतर होगा कि वे टीडीपी के साथ गठबंधन कर लें. प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय सचिव सत्यकुमार की टिप्पणी से भी इस बात को बल मिलता है. कई नेताओं ने टिप्पणी की कि केंद्र को वाईसीपी शासन में अनियमितताओं पर कड़ा जवाब देना चाहिए.
बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव सत्यकुमार ने कहा कि 'बैठक में हमने गठबंधन पर चर्चा की. यह ऐसा निर्णय नहीं है जो हम अकेले लें, जो लोग हमारे साथ गठबंधन करना चाहते हैं उन्हें भी जवाब देना चाहिए! यह पर्याप्त नहीं है कि जनसेना प्रमुख पवन कल्याण चाहते हैं कि बीजेपी टीडीपी के साथ गठबंधन करे. पवन को टीडीपी को बताना चाहिए था कि वह बीजेपी के साथ गठबंधन चाहते हैं. गठबंधन चाहने वाले आगे आएं तो समस्या हल हो जाएगी. इस बैठक में हमने राज्य में बीजेपी के खिलाफ बढ़ते झूठे प्रचार का मुकाबला करने का फैसला किया.' उन्होंने कहा, 'आइए भ्रष्ट लोगों, घोटालों में शामिल लोगों, महिलाओं के साथ हल्के व्यवहार करने वाले लोगों को पार्टी में न लें.'
'शीर्ष नेतृत्व करेगा फैसला ': प्रदेश पार्टी अध्यक्ष पुरंदेश्वरी ने कहा कि 'इस बैठक में हमने गठबंधन और पार्टी को मजबूत करने को लेकर चर्चा की. मैं गठबंधन पर नेताओं के विचारों से नेतृत्व को अवगत कराऊंगा. इस संबंध में राज्य स्तर पर कोई निर्णय नहीं होगा.'
मनोहर ने शिवप्रकाश और पुरंदेश्वरी से मुलाकात की : जन सेना नेता नादेंदला मनोहर ने गुरुवार शाम को शीर्ष भाजपा नेताओं से मुलाकात की. कोर कमेटी की बैठक के बाद मनोहर ने शिवप्रकाश और पार्टी अध्यक्ष पुरंदेश्वरी से मुलाकात की. पुरंदेश्वरी ने कहा कि मनोहर शिष्टाचारवश शिवप्रकाश से मिलने आए थे. लेकिन इस घटनाक्रम को राजनीतिक महत्व मिल गया है.