विशाखापत्तनम : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोगन रेड्डी ने सोमवार को अधिकारियों को विशाखापत्तनम मछली पकड़ने के बंदरगाह में आग लगने की घटना की जांच करने का आदेश दिया. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने अधिकारियों को घटना की गहन जांच करने का आदेश दिया है. पुलिस ने कहा कि रविवार और सोमवार की दरमियानी रात को विशाखापत्तनम के फिश हार्बर पर भीषण आग लग गई.
इससे पहले, सीएम रेड्डी ने विशाखापत्तनम फिश बंदरगाह में आग के कारण अपनी नावें खोने वाले मछुआरों के लिए मुआवजे की घोषणा की. इसके साथ ही अधिकारियों को मुआवजे के रूप में जली हुई नौकाओं के मूल्य का 80 प्रतिशत प्रदान करने का आदेश दिया.
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, मंत्री सीदिरी अप्पालाराजू के साथ जिला कलेक्टर दुर्घटनास्थल पर गए और उन लोगों को आवश्यक सहायता का आश्वासन दिया, जिन्होंने अपनी नावें खो दी थीं. दुर्घटना में 36 नावें जल गईं और अन्य 9 नावें आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं.
मुख्यमंत्री जगन ने कहा कि बंदरगाह पर नावों को नुकसान पहुंचाने वाली आग दुर्घटना मछुआरों के जीवन के लिए एक बड़ा झटका है. सहायता के मामले में स्थिति को सबसे मानवीय दृष्टिकोण से निपटा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सहायता मछुआरों के जीवन को बहाल करने में सक्षम होनी चाहिए. यही कारण है कि जली हुई नावों के मूल्य का 80 प्रतिशत मुआवजे के रूप में घोषित किया जा रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि सिर्फ इसलिए कि नावों का बीमा नहीं है, प्रभावित मछुआरों को उनके हाल पर छोड़ना ठीक नहीं है. सीएम ने अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया कि कठिन समय में उन्हें पूरा आश्वासन देना उनकी जिम्मेदारी है. सीएमओ अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को समझाया कि लगभग 12 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है. अधिकारी अंतिम रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं. इससे पहले सीएम जगन ने हैरानी जताते हुए अधिकारियों को घटना की गहन जांच करने का आदेश दिया था.