ETV Bharat / bharat

'मिजोरम में ही रहना चाहूंगा, म्यांमार वापस गया तो सेना मुझे मार देगी'

म्यांमार संकट जल्द खत्म होता नजर नहीं आ रहा है. म्यांमार के नागरिकों ने अन्य देशों में शरण ले रखी है. भारत में भी म्यांमार के कुछ नागरिक हैं. 'ईटीवी भारत' ने देश छोड़कर आए सेना के एक जवान से बात की. जानिए उसने क्या कहा.

म्यांमार संकट
म्यांमार संकट
author img

By

Published : Mar 15, 2021, 8:48 PM IST

दिसपुर : म्यांमार के विभिन्न हिस्सों में हिंसा जारी है. सेना निर्दोष नागरिकों को गोली मार रही है. नागरिकों के आंदोलनों पर कड़ी नजर रख रही है. कई म्यांमार नागरिक शरण लेने के लिए भारतीय क्षेत्र में भाग रहे हैं.

म्यांमार से भागकर आए सेना के एक जवान ने कहा कि वापस गया तो मुझे मार दिया जाएगा.

भारत में शरण लिए म्यांमार आर्मी के एक जवान ने बताया कि नागरिकों को गोली मारने के आदेश के बाद वह भाग आया. उसने बताया कि वह म्यांमार सेना का जवान है. उसने बताया कि 'मुझे चिन राज्य के भीतर सविनय अवज्ञा आंदोलन (सीडीएम) को शूट करने का आदेश दिया गया. शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को मारना मुझे गंवारा नहीं था इसलिए मैंने देश छोड़ने का फैसला किया.'

उसने बताया कि 'अधिकारियों का आदेश नहीं मानने और भाग आने पर सेना मेरे परिवार से मेरे ठिकाने के बारे में पूछताछ कर रही है. मेरे पिता को सेना ने फालम जिले में गिरफ्तार भी किया है. मेरा परिवार से संपर्क नहीं हो पा रहा है जिस कारण मुझे उनकी वर्तमान स्थिति के बारे में नहीं पता है.'

उसने बताया कि 'मुझे नहीं लगता है कि मेरा परिवार जानता है कि मैं मिजोरम में हूं. मैं सेना और पुलिस से बचने के लिए जंगलों में चला गया. मैं तियाउ से ज़ोख्तर तक पैदल गया क्योंकि मेरे पास पैसे नहीं थे.'

पढ़े-म्यांमार में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर की गोलीबारी

उसने बताया कि ' म्यांमार से भागे मुझे दो हफ्ते हो चुके हैं. मैं म्यांमार लौटने की स्थिति में नहीं हूं यदि मैं वापस गया तो सेना मुझे मार देगी. मैं मिजोरम में ही रहना चाहूंगा.'

दिसपुर : म्यांमार के विभिन्न हिस्सों में हिंसा जारी है. सेना निर्दोष नागरिकों को गोली मार रही है. नागरिकों के आंदोलनों पर कड़ी नजर रख रही है. कई म्यांमार नागरिक शरण लेने के लिए भारतीय क्षेत्र में भाग रहे हैं.

म्यांमार से भागकर आए सेना के एक जवान ने कहा कि वापस गया तो मुझे मार दिया जाएगा.

भारत में शरण लिए म्यांमार आर्मी के एक जवान ने बताया कि नागरिकों को गोली मारने के आदेश के बाद वह भाग आया. उसने बताया कि वह म्यांमार सेना का जवान है. उसने बताया कि 'मुझे चिन राज्य के भीतर सविनय अवज्ञा आंदोलन (सीडीएम) को शूट करने का आदेश दिया गया. शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को मारना मुझे गंवारा नहीं था इसलिए मैंने देश छोड़ने का फैसला किया.'

उसने बताया कि 'अधिकारियों का आदेश नहीं मानने और भाग आने पर सेना मेरे परिवार से मेरे ठिकाने के बारे में पूछताछ कर रही है. मेरे पिता को सेना ने फालम जिले में गिरफ्तार भी किया है. मेरा परिवार से संपर्क नहीं हो पा रहा है जिस कारण मुझे उनकी वर्तमान स्थिति के बारे में नहीं पता है.'

उसने बताया कि 'मुझे नहीं लगता है कि मेरा परिवार जानता है कि मैं मिजोरम में हूं. मैं सेना और पुलिस से बचने के लिए जंगलों में चला गया. मैं तियाउ से ज़ोख्तर तक पैदल गया क्योंकि मेरे पास पैसे नहीं थे.'

पढ़े-म्यांमार में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर की गोलीबारी

उसने बताया कि ' म्यांमार से भागे मुझे दो हफ्ते हो चुके हैं. मैं म्यांमार लौटने की स्थिति में नहीं हूं यदि मैं वापस गया तो सेना मुझे मार देगी. मैं मिजोरम में ही रहना चाहूंगा.'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.