दिसपुर : म्यांमार के विभिन्न हिस्सों में हिंसा जारी है. सेना निर्दोष नागरिकों को गोली मार रही है. नागरिकों के आंदोलनों पर कड़ी नजर रख रही है. कई म्यांमार नागरिक शरण लेने के लिए भारतीय क्षेत्र में भाग रहे हैं.
म्यांमार से भागकर आए सेना के एक जवान ने कहा कि वापस गया तो मुझे मार दिया जाएगा.
भारत में शरण लिए म्यांमार आर्मी के एक जवान ने बताया कि नागरिकों को गोली मारने के आदेश के बाद वह भाग आया. उसने बताया कि वह म्यांमार सेना का जवान है. उसने बताया कि 'मुझे चिन राज्य के भीतर सविनय अवज्ञा आंदोलन (सीडीएम) को शूट करने का आदेश दिया गया. शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को मारना मुझे गंवारा नहीं था इसलिए मैंने देश छोड़ने का फैसला किया.'
उसने बताया कि 'अधिकारियों का आदेश नहीं मानने और भाग आने पर सेना मेरे परिवार से मेरे ठिकाने के बारे में पूछताछ कर रही है. मेरे पिता को सेना ने फालम जिले में गिरफ्तार भी किया है. मेरा परिवार से संपर्क नहीं हो पा रहा है जिस कारण मुझे उनकी वर्तमान स्थिति के बारे में नहीं पता है.'
उसने बताया कि 'मुझे नहीं लगता है कि मेरा परिवार जानता है कि मैं मिजोरम में हूं. मैं सेना और पुलिस से बचने के लिए जंगलों में चला गया. मैं तियाउ से ज़ोख्तर तक पैदल गया क्योंकि मेरे पास पैसे नहीं थे.'
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उसने बताया कि ' म्यांमार से भागे मुझे दो हफ्ते हो चुके हैं. मैं म्यांमार लौटने की स्थिति में नहीं हूं यदि मैं वापस गया तो सेना मुझे मार देगी. मैं मिजोरम में ही रहना चाहूंगा.'