श्रीनगर: लद्दाख में आज सुबह करीब 9:30 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गिए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने जानकारी दी कि भूकंप की तीव्रता करीब 4.3 थी और भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी.
जानें क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी होती हैं. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती हैं और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है.
-
Ladakh | An earthquake of magnitude 4.3 occurred 64 km WNW of Kargil, Ladakh at around 9:30 am. The depth of the earthquake was 10 km below the ground: National Center for Seismology pic.twitter.com/yXnRnDiIkz
— ANI (@ANI) September 19, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Ladakh | An earthquake of magnitude 4.3 occurred 64 km WNW of Kargil, Ladakh at around 9:30 am. The depth of the earthquake was 10 km below the ground: National Center for Seismology pic.twitter.com/yXnRnDiIkz
— ANI (@ANI) September 19, 2022Ladakh | An earthquake of magnitude 4.3 occurred 64 km WNW of Kargil, Ladakh at around 9:30 am. The depth of the earthquake was 10 km below the ground: National Center for Seismology pic.twitter.com/yXnRnDiIkz
— ANI (@ANI) September 19, 2022
जानिए भूकंप के केंद्र और तीव्रता का क्या मतलब है?
भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से धरती हिलने लगती है. इस स्थान पर या इसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप का असर ज्यादा होता है. अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है.