चंडीगढ़: पंजाब में एक ओर जहां अमृतपाल भगोड़ा घोषित है, वहीं पुलिस लगातार अमृतपाल की तलाश करने का दावा कर रही है. दूसरी ओर भारत से बाहर का देश न्यूजीलैंड खुलेआम अमृतपाल के समर्थन में पोस्टर लगा रहा है. न्यूजीलैंड के अलग-अलग शहरों से तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें अमृतपाल के पक्ष में नारे लगाए गए हैं. न्यूजीलैंड के विभिन्न शहरों में अमृतपाल के पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें उसे राजनीतिक कारावास से मुक्त करने का हैश टैग भी दिया गया है.
अंग्रेजी में यह भी लिखा है कि भारत सरकार पंजाब में सिखों के दमन की नीति पर चल रही है. 18 मार्च से पंजाब पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों ने अमृतपाल और उनके समर्थकों को पकड़ने के लिए एक अभियान चलाया. जिसमें उसके सैकड़ों समर्थकों को गिरफ्तार कर दूसरे राज्यों की जेलों में भेजा गया था. उन पर एनएसए जैसी संगीन धाराएं लगाई गईं हैं, जबकि अमृतपाल अभी भी फरार है. इस पूरे घटनाक्रम में राजनीति पूरी तरह सक्रिय है.
लुक आउट नोटिस हुआ जारी
अमृतपाल मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी की भी शामिल हो गई है और एनआईए भी अपने स्तर पर तलाश कर रही है. पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के खिलाफ गैर जमानती वारंट और लुकआउट नोटिस जारी किया है. आईजी सुखचैन गिल का दावा है कि पंजाब पुलिस अभी तक अमृतपाल को गिरफ्तार नहीं कर पाई है, अन्य राज्य और केंद्रीय एजेंसियां उसे गिरफ्तार करने में सहयोग कर रही हैं.
इसके साथ ही पुलिस ने अमृतपाल के विभिन्न वेशभूषा वाली तस्वीरें भी साझा कीं और एक सर्कुलर जारी किया है. पुलिस द्वारा कल जारी की गई एक तस्वीर में अमृतपाल भेष बदल कर मोटरसाइकिल के पीछे बैठा नजर आ रहा है. पुलिस अमृतपाल को लेकर तरह-तरह की अपडेट शेयर कर रही है.
अमृतपाल के मामले में अब तक क्या हुआ
18 मार्च से अब तक इस मामले में 154 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिनमें से अमृतपाल के एक चाचा को भी गिरफ्तार किया गया है. अमृतपाल समेत 6 लोगों पर एनएसए लगाया गया था. यह मामला पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचा और हाईकोर्ट ने भी पंजाब सरकार को खारिज कर दिया. हाईकोर्ट ने कहा कि अगर अमृतपाल देश के लिए खतरा है तो उसे अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? इसके अलावा पंजाब के 4 जिलों में अब 23 मार्च तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी. अन्य इलाकों में इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई हैं.
गिरफ्तार समर्थकों के समर्थन में उतरी कांग्रेस
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अकाली दल द्वारा राज्य में असंवैधानिक तरीके से गिरफ्तार सिख युवकों को कानूनी सहायता देने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि सिर्फ शक के आधार पर बड़ी संख्या में युवकों को गिरफ्तार किया जा रहा है. पंजाब सरकार की इस कार्रवाई के खिलाफ लीगल सेल के अध्यक्ष एडवोकेट अर्शदीप सिंह केलर के नेतृत्व में वकीलों की 15 सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई है. वे विभिन्न जिलों में कार्यरत अकाली दल के नेताओं से समन्वय स्थापित कर तत्काल कानूनी सहायता उपलब्ध कराएंगे.
बादल ने पार्टी नेताओं से कहा कि सिख नौजवानों के साथ हुए दुराचार के मामले पार्टी और राज्य स्तरीय कमेटी के ध्यान में लाए जाएं ताकि पीडि़त नौजवानों को न्याय मिल सके. इसके अलावा पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने पंजाब पुलिस के डीजीपी को एक पत्र लिखकर बड़ी संख्या में लोगों को घेरने और अमृतपाल समर्थक युवाओं के साथ संबंधों पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने लिखा कि पंजाब कांग्रेस देशद्रोही तत्वों के खिलाफ किसी भी तरह की नरमी का समर्थन नहीं करती है, लेकिन पथभ्रष्ट युवाओं के पुनर्वास के लिए उन्हें नरम रुख अपनाने की जरूरत है.
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उल्लेखनीय है कि अमृतपाल सिंह के साथियों के अलावा उसे भगाने में मदद करने वाले कुल 154 लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस को गिरफ्तार आरोपियों के अलावा अब अमृतपाल सिंह के परिजनों के बारे में भी जानकारी मिलनी शुरू हो गई है. गिरफ्तार सभी आरोपियों को देश की अलग-अलग जेलों में भेजने की योजना है, जिसके लिए 13 जेलों को चिन्हित किया गया है.