हैदराबाद : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर रविवार को हैदराबाद में भाजपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रोहिंग्या के मुद्दे पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा. शाह ने कहा कि ओवैसी लिखकर दें कि रोहिंग्या को हैदराबाद से बाहर निकाला जाएगा.
गृह मंत्री ने कहा कि जब हमारी सरकार कानून लाती है, तो संसद में लोग हल्ला करने लगते हैं. रोहिंग्या पर जब कार्रवाई की जाती है, तो ये लोग (विपक्षी दल) चिल्लाने लगते हैं. ओवैसी एक बार लिखकर दें कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या को निकाल दें, फिर मैं कुछ करता हूं.
इससे पहले हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने कहा था कि अगर हैदराबाद में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या रहते हैं, तो गृह मंत्री अमित शाह कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं.
अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि तेलंगाना के लोग सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और असदुद्दीन औवेसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के 'गठजोड़' से नाराज और आक्रोशित हैं. उन्होंने दावा किया कि हैदराबाद इस बार नगर निकाय चुनाव में भाजपा का महापौर चुनेगा.
यहां पुराने शहर में भाग्यलक्ष्मी देवी मंदिर में दर्शन कर शाह ने कहा कि हैदराबाद के लोग सुशासन चाहते हैं और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व तथा भाजपा पर विश्वास है.
शाह ने कहा, 'तेलंगाना की जनता ने जिस प्रकार लोक सभा चुनाव (2019 के संसदीय चुनाव) के दौरान मोदी का साथ दिया, मुझे लगता है कि बदलाव की शुरुआत हो चुकी है और हैदराबाद नगर निगम अगला पड़ाव है.'
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उन्होंने आरोप लगाया कि हैदराबाद बीते कई साल से बुनियादी सुविधाओं के लिये संघर्ष कर रहा है. उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई बारिश में हैदराबाद के बाढ़ में डूबने और जिस प्रकार एक पार्टी के आशीर्वाद पर अतिक्रमण फल-फूल रहा है. उससे यहां के लोग टीआरएस और औवेसी के गठजोड़ से नाराज और आक्रोशित हैं.
उन्होंने कहा कि हैदराबाद के लोगों को भाजपा को एक मौका देना चाहिए. हम हैदराबाद को निजाम संस्कृति से मुक्त करना चाहते हैं.
शाह ने कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है, उन्होंने कहा कि जहां भी भाजपा जीती है वहां कभी सांप्रदायिक दंगे नहीं हुए.