नई दिल्ली: शहरों का नाम बदलकर मुगल इतिहास को मिटाने के आरोपों पर गृह मंत्री ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उनकी सरकार में ऐसी किसी शहर का नाम नहीं बदला गया जिसका पहले कोई पुराना नाम नहीं था.
अमित शाह ने कहा,'किसी का योगदान नहीं हटना चाहिए, न हम उसे हटाना चाहते हैं... हमने एक भी शहर का नाम नहीं बदला है, जिसका पहले कोई पुराना नाम नहीं था. इसपर बहुत सोच समझकर हमारी सरकारों ने फैसले लिए हैं और हर सरकार का ये विधायी अधिकार है.'
वहीं, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पर भी उन्होंने प्रकाश डाला. शाह ने कहा,'जब से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद शुरू हुआ है, आतंकवाद से जुड़े आंकड़े आज सबसे निचले स्तर पर हैं. जम्मू-कश्मीर में अब करोड़ों पर्यटक और यात्री आ रहे हैं. यह एक बहुत बड़ा बदलाव है. 1950 से जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाना हमारे एजेंडे में था. अब जम्मू-कश्मीर में जिस तरह से विकास कार्य हो रहे हैं, जिस तरह आतंकवादी और आतंकी हमले कम हो रहे हैं, यह साबित हो रहा है. आप आंकड़े देख सकते हैं.'
बता दें कि अभी हाल में नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन स्थित मुगल गार्डन का नाम बदला गया. इस मुद्दे पर भी विपक्ष ने जमकर विरोध किया था. मुगल गार्डन का नाम बदल कर इसे अमृत उद्यान कर दिया गया. नाम बदलने के साथ ही सियासत शुरू हाे गई थी. बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने नाम बदलने पर सरकार पर हमला बाेला है. उन्होंने ट्वीट कर अपनी नाराजगी जाहिर की.
(एएनआई)