नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने सीमा प्रबंधन और मादक पदार्थों की तस्करी रोकने को लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों, राज्यों के गृह मंत्रियों, डीजीपी, गृह सचिव, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों के साथ बंद कमरे में बैठक की अध्यक्षता की.
हरियाणा के सूरजकुंड में राज हंस होटल में बंद दरवाजे के पीछे हुई बैठक के कुछ दृश्य 'ईटीवी भारत' प्राप्त करने में सफल रहा. नशीले पदार्थों की तस्करी और सीमा प्रबंधन दोनों पर अलग-अलग चर्चा हो रही है.
गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव सुनील बरनवाल (Joint Secretary in the Home Ministry Sunil Barnwal) ने मादक पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर अपनी प्रस्तुति के माध्यम से उन मार्गों पर जोर दिया जो सीमा पार से भारत में ड्रग्स और नशीले पदार्थों को पंप करने के लिए उपयोग किए जाते हैं.
आंध्र प्रदेश के डीजीपी राजेंद्रनाथ रेड्डी, गुजरात के डीजीपी आशीष भाटिया, मणिपुर के प्रधान सचिव (गृह) राजेश अग्रवाल, पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ड्रग्स के खतरे पर अलग से प्रस्तुति दे रहे हैं.
नशीले पदार्थों की तस्करी भारत के लिए एक बड़ा खतरा बन गई है क्योंकि मणिपुर और पंजाब जैसे राज्य मादक पदार्थों की तस्करी के लिए केंद्र बन गए हैं. इससे पहले कई मौकों पर गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहा है कि वे नशीले पदार्थों की तस्करी और इस अवैध कारोबार से जुड़े लोगों पर कड़ी कार्रवाई करें.
सीमा प्रबंधन विषय पर अरुणाचल प्रदेश के आयुक्त (योजना एवं निवेश) पीएस लोखंडे, राजस्थान एच सचिव भानु अतरू, पश्चिम बंगाल पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक नीरज कुमार, तमिलनाडु, एडीजीपी, तटीय सुरक्षा भी सीमा प्रबंधन पर प्रस्तुति देंगे. अधिकारियों ने बताया कि बैठक में सीमा पार से लोगों के अवैध आगमन के मुद्दे पर भी चर्चा की जाएगी.
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